आगरा। लॉकडाउन ने जहां तमाम लोगों की जीवन को बर्बादी की कगार पर ला खड़ा कर दिया उसमें प्राइवेट शिक्षक व कोचिंग संचालक भी शामिल हैं। मार्च से बंद पड़े हुए कोचिंग सेंटर्स सितंबर तक नहीं खुल पाए जबकि अब तक ज्यादातर संस्थाएं खुल चुके हैं। शनिवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर आगरा प्रोग्रेसिव टीचर्स एसोसिएशन ने जिला अधिकारी आगरा को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर कोचिंग सेंटर खुलवाने व सोशल डिस्टेंसिंग ध्यान रखकर एक बैच में 10 बच्चों को पढ़ाने की मांग की। एसोसिएशन के संस्थापक व संयोजक डॉ सुनील उपाध्याय ने कहा कि सभी सेंटर किराए की बिल्डिंग में है। अब तक लगभग 7 माह का लाखों किराया व बिजली के बिल का उन पर कर्ज हो चुका है। ऊपर से 7 माह की बेरोजगारी की वजह से सभी शिक्षक भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं। प्राइवेट शिक्षकों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को कोचिंग सेंटर्स खुलवा कर 10 बच्चों को एक बैच में पढ़ाने के आदेश जारी कर देनी चाहिए, साथ ही कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए एक गाइडलाइंस को सुनिश्चित कर देनी चाहिए जिससे सोशल डिस्टेंसिंग पूर्ण रूप से बनी रहे जिससे कि प्राइवेट शिक्षकों को राहत मिल सके।
इस अवसर पर डॉ मोहित दीक्षित, जयदीप पवार, अभिनव वशिष्ट, अंकुर जैन, कमल जैन, प्रतीक अरोरा, विजेंद्र सिंह तोमर, मुकेश मिरचंदानी, राजकुमार गुप्ता, रत्नेश शर्मा, मोहित सिंह, मनोज कुमार, नवनीत पचौरी, राम महेश्वरी, अनिल उपाध्याय, अमनदीप सिंह, सत्यवीर सिसोदिया, अनिल राजवनि, वैभव बंसल, दिवाकर खिरवार, आनंद कुमार, रोहित दीक्षित, बृजेश कुमार आदि मौजूद रहे।