दुनिया का चौथा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश इंडोनेशिया कोविड-19 के सबसे खराब प्रकोप की मार झेल रहा है। वहीं इंडोनेशिया में ऑक्सीजन की किल्लत भी देखी जा रही है। इतना ही नहीं अस्पतालों में बेड खाली ना होने के चलते अस्पतालों के बाहर टेंट लगाकर भी चिकित्सकों द्वारा लोगों का इलाज किया जा रहा है।
इंडोनेशिया का हाल का यह मंज़र बीते करीब 3 महीने पहले के भारत के हालातों की याद दिलाता नज़र आ रहा है। उस दौरान भारत में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए मित्र देशों द्वारा भारत की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए गए थे। मित्र देशों में इंडोनेशिया का नाम भी शामिल था , जिसने 13 मई को भारत को कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए 200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के साथ मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई थी।वहीं अब इंडोनेशिया में हालात गंभीर है ऐसे में सवाल यह है कि क्या भारत सरकार इंडोनेशिया की मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाएगी ताकि इंडोनेशिया को इस संकट की घड़ी से उभरने में सहूलियत मिल सके। हालांकि मित्रता के मामले में हमेशा भारत अग्रणी भूमिका निभाता रहा है तो इन हालातों में भारत मित्रता का दामन हर हाल में थामकर रखेगा।देखने वाली बात यह है कि आखिर ये मदद का हाथ कब आगे बढ़ता है।
बता दें उस दौरान विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी और कहा था, “हमारे पुराने संबंधों को और मजबूत करते हुए पड़ोसी इंडोनेशिया से 200 ऑक्सीजन सांद्रता का स्वागत है।” लेकिन अब इंडोनेशिया के कई शहरों में बिगड़ती कोरोना की स्थिति और ऑक्सीजन की क़िल्लत को देखते हुए इंडोनेशिया की सरकार ने उत्पादकों से मेडिकल ऑक्सीजन को प्राथमिकता देने की अपील की है।
मिली जानकारी के मुताबिक इंडोनेशिया में हर दिन 25000 से ज्यादा की संख्या में मामले दर्ज किए जा रहे हैं। वहीं डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले भी इंडोनेशिया में बढ़ते जा रहे हैं। अलावा इसके अंतिम संस्कारों में भी 10 गुना वृद्धि हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑक्सीजन की कमी के चलते 63 मरीज अपनी जान गवा चुके हैं।
बता दें स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी सिटी नादिया तरमिज़ी ने कहा , सरकार ने गैस उद्योग से मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा है और हम यह भी उम्मीद करते हैं कि लोग ऑक्सीजन पर स्टॉक नहीं करेंगे।” बहरहाल इंडोनेशिया के कोविड -19 प्रतिक्रिया पर नजर रखने वाले मंत्रालय ने गैस उद्योग को चिकित्सा जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रत्येक दिन 800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की अनुमानित मांग को भरने के लिए उत्पादन को प्राथमिकता देने का आदेश दिया है।
इंडोनेशिया द्वारा बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए मंगलवार से विदेशों से आने वाले लोगों के देश में प्रवेश को लेकर नियमों में बदलाव किया गया है। केवल अब उन लोगों को ही देश में आने की इजाजत दी जाएगी जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज़ ले रखी हैं। इतना ही नहीं बल्कि कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट भी दिखानी होगी। अलावा इसके 8 दिन तक क्वॉरेंटाइन भी रखा जाएगा। दरअसल कोरोनावायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट इंडोनेशिया में तेजी से फैल रहा है और सरकार ने 20 जुलाई तक देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। एशिया महाद्वीप में यह चौथा ऐसा देश है, जहां सबसे ज्यादा कोरोना के मामले पाए गए हैं। इंडोनेशिया का अब तक का आंकड़ा 2.25 मिलियन मामलों और 60,027 मौतों का है।यहां करीब पांच फीसदी लोगों का अब तक टीकाकरण किया जा सका है।