Agra. भले ही हम 21वीं शताब्दी में जी रहे हो लेकिन आज भी कुछ लोग छुआ छूत और जातिवाद से पनपी ऊंच नीच जैसी रूढ़ीवादी परंपराओं को छोड़ नही पाए है। ऐसा ही एक मामला थाना मनसुख पुरा क्षेत्र से सामने आया है। जहाँ एक पीड़ित परिवार न्याय पाने के लिए दर दर भटक रहा है तो वहीं दबंगो की दहशत में जी रहा है। बताया जाता है कि छुआछूत का विरोध करने पर दबंगों ने दलित महिला को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं की बल्कि गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे यह कहकर छोड़ दिया कि गांव का दबाव था। इस घटना से पीड़ित परिवार दहशत में है।
यह पूरा मामला थाना मनसुख पुरा क्षेत्र का है। घटना मार्च की बताई जा रही है। आरोप है कि गांव जगतपुरा निवासी मुकेश वाल्मीकि के पांच साल के बच्चे से छू जाने को लेकर गांव के दबंगों रामगोपाल, शत्रुघ्न और कल्लू ने बच्चे को मारा और उसका विरोध किया तो दबंगों ने दलित महिला व परिजनों को लाठी डंडों से जमकर पीटा।
इस घटना में परिवार के लोगों की गंभीर चौट आई। पीड़ित दलित महिला रुकमणी ने दबंगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी लेकिन पीड़िता की कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने सिर्फ खानापूर्ति के लिए उसे गिरफ्तार किया और कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया। जब थानेदार से पूछा तो उसने कहा कि गांव का दवाब है। पीड़िता ने सीओ पिनाहट से शिकायती की तो उन्होंने भी सुनवाई नही की बल्कि मामले को निपटाने की सलाह दे दी और समझौते के लिऐ दबाव बना रहे है।
पीड़ित दलित परिवार ने एसएसपी आगरा, मुख्यमंत्री उ प्र, महिला आयोग, एससी एसटी आयोग में भी लिखित शिकायत कर दी है। इस घटना से वाल्मीकि समाज में आक्रोश व्याप्त है। बहुजन महा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ विवेक वाल्मीकि ने पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए सीओ पिनाहट के खिलाफ मोर्चा खोलने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो सड़कों पर वाल्मीकि समाज उतरेगा।