म्यामांर में तख्तापलट के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों में कमी होती नजर नहीं आ रही है।यहां का प्रदर्शन भी भारत के किसान आंदोलन की तरह लंबित होता नजर आ रहा है।इन प्रदर्शनों के बीच पुलिस ने प्रदर्शकारियों पर लगाम लगाने के लिए करीब 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलियों और दूसरे दंगा रोधी हथियारों जैसे पानी की बौछारों का इस्तेमाल भी किया। हालांकि इस दौरान कई प्रदर्शकारियों को गंभीर चोटें भी आईं हैं।
म्यांमार के एक अखबार म्यांमार टाइम्स के मुताबिक दूसरे सबसे बड़े शहर मेंडेले के मेयर ये ल्विन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल उनकी गिरफ्तारी के कारणों का पता नहीं चल सका है लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया गया था जिसमें उन्होंने अपने स्टाफ से प्रदर्शनों में शामिल होने की बात कही थी जिसके चलते पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया । पुलिस ने प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू भी लगा दिया है जिसके चलते 5 लोगों से ज्यादा एकत्रित होने पर पाबंदी लगा दी गई है।
बढ़ते प्रदर्शनों को देखते हुए म्यांमार में सैन्य नेतृत्व वाली सरकार ने दो बड़े शहरों यांगून और मांडले में कर्फ्यू लगाया है ।साथ ही पांच से ज्यादा लोगों के एक जगह पर इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी। इस आदेश को अगला आदेश आने तक लागू बताया गया है।कर्फ्यू के बाद बड़े पैमाने पर लोगों की गिरफ्तारियां भी की गईं यहां तक कि बताया गया कि करीब 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सत्ता के तख्तापलट के विरोध में म्यांमार में जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिल रहा है । हजारों लोग सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं। सेना के नेतृत्व वाली सरकार का विरोध करते हुए पोस्टर्स भी हाथ में लेकर प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। गौरतलब है कि सेना के नेतृत्व वाली सरकार ने सोशल अकाउंट ट्विटर और फेसबुक पर भी पाबंदी लगा दी है जिसके विरोध में भी म्यांमार की जनता सड़कों पर है।