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कान की जगह कर दिया सिर का सीटी स्कैन, नर्स ने हज़ार रुपये भी वसूल लिए, जिला अस्पताल में हड़कंप

by admin

Agra. उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने मे जुटी हुई है तो वहीं कुछ लोग सरकारी सिस्टम की कमियों का भरपूर लाभ उठा रहे हैं। इलाज के लिए जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को अपना शिकार बना रहे हैं। मरीजों को अपने झांसे में लेकर शातिर उनकी जेब पर डाका डालने का काम कर रहे हैं। आगरा के जिला अस्पताल से एक ऐसी ही घटना सामने आई है जहां मरीज से सिटी स्कैन कराने के नाम पर शातिरों ने ₹1000 वसूल लिए।

गलत सीटी स्कैन होने पर हंगामा

जानकारी के मुताबिक मनोज नाम का व्यक्ति जिला अस्पताल में सीटी स्कैन कराने आया था। उसका सीटी स्कैन तो हुआ लेकिन कान की जगह सिर का सीटी स्कैन कर दिया गया। मनोज ने जब रिपोर्ट दिखाई तो उसे पता चला कि उसका सीटी स्कैन गलत हो गया है। जब वह है सीटी स्कैन सेंटर पहुंचा और दोबारा सिटी स्कैन करने के लिए कहा तो सीटी स्कैन प्रभारी ने मना कर दिया जिस पर पीड़ित मनोज ने हंगामा काट दिया।

मामला चिकित्सीय अधिकारियों के पास पहुंचा तो पूरा मामला खुलकर सामने आया। उसने चिकित्सकों को बताया कि सीटी स्किन के लिए हजारों रुपये भी दिए गए और सीटी स्कैन भी सही नहीं किया। यह सुनते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मामले की जानकारी की गई।

महिला नर्स ने लिए हजार रुपए

पीड़ित मनोज ने बताया कि एक महिला नर्स से उसकी मुलाकात एक प्राइवेट हॉस्पिटल में हुई थी। जिसका नाम मिथलेश है। उस महिला ने कहा था कि प्राइवेट की जगह सरकारी हॉस्पिटल में आसानी से सीटी स्कैन हो जाएगा। उसकी पहचान भी है और जल्दी भी हो जाएगा लेकिन हजार रुपए लगेंगे। इस पर मरीज ने भरोसा कर लिया और वह जिला अस्पताल पहुंचा। महिला ने उससे हज़ार रुपये लिए। बिना उसे बताए चुपचाप एक रुपए का पर्चा बनवाया और अधिकारियों से सीटी स्कैन के लिए साइन करा लिए। उस पर्चे के हिसाब से उसका सीटी स्कैन हो गया। बाद में पता चला कि उसे कान के परदे का सीटी स्कैन कराना था लेकिन सिर का सीटी स्कैन हो गया। जिस पर उसने हंगामा काटा और इस पूरे मामले का खुलासा हो पाया।

महिला का पता लगाने में जुटे चिकित्सक

किसी महिला नर्स ने सीटी स्कैन के नाम पर हजार रुपए वसूले, यह सुनते ही चिकित्सीय अधिकारियों का दिमाग सनक गया। उन्होंने पहले पीड़ित से पूछताछ की और हॉस्पिटल में भी उस महिला का पता लगाने के निर्देश दिए जो मरीज को जिला अस्पताल लेकर आई थी लेकिन पीड़ित ने बताया कि वह प्राइवेट हॉस्पिटल की नर्स थी। हालांकि नर्स को जिला अस्पताल में ढूंढ पाया गया लेकिन वह कहीं नहीं मिली। बाद में पीड़ित को समझाया गया कि एक रुपए के पर्चा बनवाकर आप निशुल्क इलाज और जांच करा सकते हैं अब किसी की बातों में मत आइए।

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