आगरा। उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ आगरा शहर को दूधिया रोशनी से जगमगाने के लिए प्रयासरत है और इसके लिए आगरा नगर निगम को एलईडी लाइट भी उपलब्ध कराई थी लेकिन आगरा नगर के मुख्य अभियंता विद्युत संजय कटियार की उदासीनता और तानाशाही के कारण शहर के वार्डो में अंधेरा छाया हुआ है। कई बार मुख्य अभियंता विधुत से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्य नही होने से गुस्साए भाजपा पार्षदों ने इस अधिकारी के ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इस अधिकारी की तानाशाही के विरोध में पार्षद आफिस के बाहर ही धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया।
भाजपा पार्षदों ने अपने विरोध प्रदर्शन और अधिकारियों की ओर से कोई सुनवाई न होने की सूचना महापौर नवीन जैन को भी फोन के माध्यम से दी। अधिकारियों की सरकार और विकास विरोधी कार्यशैली से आक्रोशित पार्षद शरद चौहान का कहना था कि सूबे के मुखिया एलईडी लाइट से शहर को जगमग कर रहे हैं लेकिन अधिकारी सरकार की इन योजनाओं को पलीता लगा रहे है। एक साल के अंदर शहर के सभी वार्डो में लाइट तक नही लग पाई और जहाँ लगी वहाँ वो लाइट खराब हो गयी। अधिकतर शहर का क्षेत्र अंधेरे में है और अधिकारी कोई कार्यवाही नही करने को तैयार है। शिकायत पत्र को लेकर रद्दी में फेंका जा रहा है।
पार्षदों का कहना है कि प्रकाश विभाग के मुखिया संजय कटियार कहते है कि सदन में एक बजे तक मिलने का तय हुआ है। इसके बाद वो किसी से भी नही मिलेंगे। आज जब एक बजे तक यहां नही आये तो इनसे पीड़ित सभी पार्षद धरने पर बैठ गए है। पार्षदों के कहना था कि यही हाल नाली, रोड़ और सफाई व्यवस्था को लेकर है। कोई अधिकारी काम करने को तैयार नही है ऐसा लगता है कि सभी भ्रष्ट अधिकारी निगम में ही जमा हो गए है।
पार्षदों के आरोप है कि अधिकारी कार्यालय में बैठकर केंद्र व प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं।