लखनऊ। कोरोना वायरस के लगातार सामने आ रहे मामलों के बाद दिल्ली और ओडिशा की सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित कर बच्चों की सुरक्षा को हेतु स्कूलों को बंद किये जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार में भी कोरोना को प्रदेश के महामारी घोषित कर दिया है। प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेज को 22 मार्च तक बंद कर दिया गया है। हालांकि इस दौरान परीक्षाएं जारी रहेंगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की। लगातार सामने आ रहे कोरोना वायरस के मामलों को लेकर इस बैठक में कोरोना को राज्य महामारी घोषित किया गया और सूबे में स्कूल और सभी महाविद्यालय को भी 22 मार्च तक बंद करने के निर्देश दिये हैं।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सभी जिलों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। प्रदेश के सभी जनपदों में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और 820 बेड आरक्षित रखे गए है। प्रदेश में 3 स्थानों पर कोरोना नमूने की जांच लखनऊ, वाराणासी, अलीगढ़ में व्यवथा है लेकिन BRD कॉलेज और BHU में भी व्यवस्था कराई जा रही है। अभी तक यूपी में 11 लोग कोरोना संक्रमित मिले है, 1 का इलाज KGMU में बाकी 10 की सफदरजंग अस्पताल दिल्ली में चल रहा है। इस संक्रमित बीमारी से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है। सभी विभाग के लोग जनजागरूकता कार्यक्रम करेंगे। सभी लोग मास्क और सेनिटाइजर का उपयोग करे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थानों को कोरोना से बचाव के लिए पोस्टर लगाने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सामूहिक प्रयास किए जाएंगे। इस बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार, नगर विकास, ग्राम विकास, पंचायती राज के प्रमुख सचिव मौजूद रहे।