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आगरा में कोरोना संक्रमित महिला हुई पूरी तरह से ठीक, आइसोलेट में थी 17 डॉक्टर्स की टीम, मरीज़ को दी गयी थी ये डाइट

by admin

आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमित महिला को अपने दम पर पूर्ण रूप से स्वस्थ कर दिया है। यह आगरा के लिए गौरव की बात है तो यह पहली कोरोना वायरस संक्रमित महिला है जिसे आगरा के चिकित्सकों ने पूर्ण रूप से स्वस्थ किया है। बताते चलें कि 13 मार्च को इस महिला को कोरोना पॉजिटिव होने पर आइसोलेट किया था। 18 दिनों तक आइसोलेशन में रहने के बाद और महिला के सभी टेस्ट किये जाने के बाद चिकित्सक इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि महिला अब पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है और फिर उसे घर जाने की अनुमति दी गयी।

यह महिला रेलवे अधिकारी की पुत्री थी जो छावनी क्षेत्र में अपने घरवालों से मिलने आया थी। इस युवती की शादी फरवरी में हुई थी और वह अपने पति के साथ बेंगलुरु में रह रही थी। इसी दौरान वह विदेश घूमने गए थे। विदेश से लौटने के बाद उसके पति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो युवती फ्लाइट से दिल्ली पहुंची और गतिमान एक्सप्रेस ट्रेन से आगरा चली आई थी। युवती की तबियत खराब होने पर उसे रेलवे अस्पताल में दिखाया गया तब जाकर पता चला कि युवती में कोरोना के लक्षण है। काफी मशक्कत के बाद युवती को जिला अस्पताल लाकर ब्लड सेम्पल लिये और जांच के लिए भेजे और युवती को एसएन के आइसोलेशन वार्ड के रखा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसका चिकित्सकों ने इलाज शुरु किया। तकरीबन 18 दिनों तक आइसोलेट रहने के बाद जब युक्ति पूरी तरह से स्वस्थ हो गई तो उसे घर जाने की अनुमति दी गई।

आगरा में यह पहली कोरोना संक्रमित महिला थी जिसे इलाज के लिए दिल्ली नहीं भेजा गया था बल्कि आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग ने एसएनएमसी के डॉक्टरों पर भरोसा जताया और यह भरोसा पूरी तरह से खरा उत्तरा। चिकित्सक टीम इस युवती को पूरी तरह से ठीक करने में सफल रहे।

बताया गया कि संक्रमित महिला के इलाज में किसी भी तरह का विशेष ड्रग का उपयोग नही किया गया है। इस वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज लक्षणों के आधार पर हुआ। मसलन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं उसी की दवा दी जाती थी। इस मरीज के इलाज में एंटीबायोटिक, पेन किलर, एंटी एलर्जी और अधिक प्रोटीन दिया गया। मरीज की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सामान्य व पौष्टिक आहार जैसे दलिया, दाल रोटी, सब्जी दूध दही दिए गए। डाइटिशियन हर रोज खाने का अलग-अलग चार्ट बनाती थी। पहले लक्षणों की पूछताछ की जाती थी उसके बाद खानपान में बदलाव किया जाता। अधिक प्रोटीन वाली चीजों को शामिल किया गया। पीने को सिर्फ गर्म पानी दिया गया।

इस महिला के इलाज में कुल चिकित्सकों की 17 टीमों को लगाया गया था जो सुबह शाम की शिफ्ट में इस महिला का इलाज कर रही थी। फिलहाल आगरा के चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमित महिला को दुरुस्त कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

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