Agra. जिला जेल में इस समय हड़कंप मचा हुआ है। बीती रात जिला जेल में झरना नाला के जंगल में पति के सामने पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी योगेश कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने दो मंजिला बैरक की छत पर जाने वाली सीढ़ियों के बंद दरवाजे पर साफी से फांसी का फंदा बनाया। बैरक का दरवाजा चेक करने पहुंचे बंदीरक्षक ने उसे लटका देखा तो होश उड़ गए। उसने तुरंत अधिकारियों को जानकारी दी। जेल अधिकारियों ने उच्च अधिकारियों को घटना की सूचना दी और फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम को बुलाकर शव को उतारा गया। इसके बाद कानूनी कार्यवाही कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
एत्मादपुर की रहने वाली विवाहिता 29 मार्च को पति के साथ बाइक से अपने मायके शाहदरा आ रही थी। झरना नाला पर तीन युवकों ने उन्हें रोक लिया था। इसके बाद जंगल में ले जाकर विवाहिता से पति के सामने दुष्कर्म किया था। उसकी वीडियो भी बनाई थी। लूटपाट के साथ पति से मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपी शाहदरा निवासी गौरीशंकर, मोनू और योगेश कुमार को जेल भेजा था। दो अप्रैल से योगेश बंद था। योगेश का नाम बाद में सामने आया था। योगेश से पुलिस ने लूटी गई रकम और डंडा बरामद किया था।
बीती रात योगेश ने जल की छत पर जाने वाली सीढ़ियों के बंद दरवाजे के कुंडे पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। योगेश ने फंदा कसने के बाद पैर सीढ़ियों की तरफ लटका दिए थे जिससे फांसी लग गई। जेलर संजीव सिंह ने बताया कि फोरेंसिक टीम से जांच कराई गई। पुलिस अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है। घटना के कारणों की जांच कराई जा रही है।
फिलहाल दुष्कर्म के आरोपी द्वारा जेल में दो मंजिला बैरक की सीढ़ियों पर जाकर दरवाजे से फंदा बनाकर आत्महत्या करने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। भारी सुरक्षा के बीच यह घटना होना और इसकी भनक किसी को न होना बड़ा सवाल खड़ा कर रही है कि आखिरकार सुरक्षा कर्मी कहाँ थे।