Agra. आगरा आये जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सारस्वत महाराज का विवादित बयान सामने आया है। पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि ‘मोहम्मद साहब के पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य हिन्दू थे।’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘ईसा मसीह के पूर्वज भी सनातनी वैदिक आर्य हिन्दू थे।’ उन्होंने यह बयान उस समय दिया है जब वह भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सारस्वत महाराज हिंदूराष्ट्र विशाल धर्मसभा एवं दिव्य दर्शन महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत आगरा आए हैं। गुलमोहर एन्क्लेव स्थित पंडित वीरेंद्र शर्मा के घर पर ही वे पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने हिंदू राष्ट्र को लेकर चलाए जा रहे अभियान पर चर्चा की। साथ ही सनातन धर्म पर अक्सर उठने वाले सवालों को लेकर भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद महाराज से जब वार्ता हुई तो उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है। मोहम्मद साहब के पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य हिन्दू थे। जगतगुरु शंकराचार्य ही नहीं रुके उन्होंने यह भी कहा कि ईसा मसीह के पूर्वज भी सनातनी वैदिक आर्य हिन्दू थे।’
स्वामी निश्चलानंद महाराज हिन्दुराष्ट्र को लेकर तेज गति से अपने इस अभियान को चला रहे हैं। उनका यह अभियान भारत के साथ-साथ विदेश में भी चल रहा है। वह देश के प्रत्येक प्रदेशों, शहरों में धर्मसभाएँ कर लोगों को भारत को हिन्दुराष्ट्र बनाने के लिए जागरूक कर रहे है। इसी अभियान को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार को जगद्गुरू शंकराचार्य का आगरा में हिन्दू विशाल धर्मसभा एवं दिव्य दर्शन महोत्सव रखा गया है।
जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि ‘इस अभियान के 17 महीनों में पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन मे असफलता जैसा कुछ नहीं।’