आगरा। टोरेंट पावर से सौदेबाजी के वायरल हुए वीडियो के चलते मनोज दीक्षित के जिला अध्यक्ष पद से दिए गए इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी के लिए उत्पन्न हुई विषम परिस्थितियों को लेकर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा के जयपुर हाउस स्थित कांग्रेस कार्यालय पर वरिष्ठ कांग्रेसियों की एक आवश्यक बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी को इन परिस्थितियों से उभारने, आम जनमानस में एक बार फिर विश्वास जगाने और पार्टी को मजबूत करने के लिए चर्चा की गई। वरिष्ठ कांग्रेसियों ने इन तीन मुद्दों पर अपने अपने विचार रखें और एक राय होकर कांग्रेस हाईकमान से इस बार जिला अध्यक्ष पद की बागडोर अनुभवी कांग्रेस कार्यकर्ता को सौपने की मांग की। इस बैठक के दौरान सभी वरिष्ठ कांग्रेसियों ने एक राय होकर 11 सदस्य वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कमेटी बनाकर गांधी परिवार से मुलाकात करने की बात कही जिससे आगरा के जिला अध्यक्ष पद की कमान एक अनुभवी और निष्ठावान कांग्रेसी को सौंपी जाने की मांग की जा सके। जो सभी को साथ लेकर चले और संगठन को मजबूत करने की सामर्थ्य उसमें हो।
वरिष्ठ कांग्रेसी अशोक शर्मा और यशपाल राणा कांग्रेसियों ने बैठक में विचार रखते हुए कहा कि आगरा जिला चुनाव की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है और जिले की सीमाए मध्य प्रदेश व राजस्थान से जुड़ी है जिसका असर उन राज्यों में भी पड़ता है। ऐसे में एक ऐसे जिला अध्यक्ष की जरूरत है जो इस संकट में पार्टी को मजबूत करने के साथ इस संकट से उबार सके।
वरिष्ठ कांग्रेसी प्रताप सिंह बघेल और संजय शर्मा का कहना है कि 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी हाईकमान को चाहिए कि वो अब कोई नया प्रयोग न करें बल्कि एक ऐसे अनुभवी कांग्रेसी को जिले की कमान सौंप दी जाए जो लोगों के बीच अपनी अलग पहचान रखता हो और आम जनमानस उस व्यक्ति पर भरोसा करते हो जिससे पार्टी इस घटनाक्रम से लोगों के बीच अपना खोया हुआ विश्वास द्वारा पा सके।
निवर्तमान जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा का कहना था कि वर्तमान परिस्थितियों को लेकर वरिष्ठ कांग्रेसियों की एक बैठक संपन्न हुई थी। इस बैठक में सभी कांग्रेसियों ने एक 11 सदस्य कमेटी बनाकर गांधी परिवार से मुलाकात करने और आगरा जिले की वर्तमान परिस्थितियों से रूबरू कराने का निर्णय लिया है। जल्द ही हाईकमान से मिलने का समय लिया जाएगा।