Agra. शहर में हुई मूसलाधार बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया। लगभग 1 घंटे हुई मूसलाधार बारिश से जगह-जगह जलभराव हुआ। बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से जरूर राहत मिली लेकिन आवागमन में समस्याएं उतनी ही ज्यादा बढ़ गई। कई फुट तक जगह-जगह जलमग्न होने से लोग नगर निगम को खोजते हुए नजर आए।
मेयर की कॉलोनी में ही जलभराव
नवनिर्वाचित महापौर हेमलता दिवाकर ने शपथ लेने के साथ शहर की सूरत बदलने की बात कही थी लेकिन 1 घंटे की मूसलाधार बारिश ने उनकी कॉलोनी को ही जलमग्न कर दिया। लगभग एक घंटे की बारिश में गुरु तेग बहादुर कॉलोनी जहां पर मेयर का आवास है, वहां जल भराव हो गया। कॉलोनी में पानी भरने पर आसपास की बस्तियों के बच्चे उसमें तैराकी करते दिखाई दिए। जलभराव को लेकर लोग मेयर और नगर निगम को कोस रहे थे।
सूरसदन तिराहा हुआ जलमग्न
बारिश से पहले नगर निगम ने नालों की सफाई कराई थी। शहर भर के सभी बड़े और छोटे नालों की सफाई हुई थी और कागजों पर शत-प्रतिशत नालों की सफाई को दर्शाया गया था लेकिन मूसलाधार बारिश ने नगर निगम की नाली सफाई अभियान की पोल खोल दी। जगह-जगह उफनते नाले जलभराव साफ-साफ कह रहे थे कि उनकी सफाई नहीं हुई है। सूरसदन तिराहा और सेन्ट जोन्स चौराहे का हाल तो बुरा ही था। सूरसदन तिराहा बारिश में तालाब बन गया। नगर निगम का गेट भी पानी से लबालब हो गया। पानी भरने से रोड पर जाम की स्थिति बन गई। बारिश बंद होने के एक घंटे बाद भी पानी की निकासी नहीं हो सकी। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यही हाल सेंट जॉन्स चौराहे का था। लोहा मंडी की ओर जाने वाली रोड़ पूरी तरह से जलमग्न थी। लगभग 2-2 फुट पानी जमा हो गया। यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। क्योंकि जलभराव से गुजरते वक्त उनके वाहन भी बंद हो गए।
शिवाजी मार्केट में हुआ जलभराव
बारिश के बाद बिजलीघर चौराहे पर नाला काजीपाड़ा उफन गया। नाले का पानी सड़क पर आने से बिजलीघर पर बाढ़ जैसा मंजर दिखाई दिया। नाले के पानी के साथ कूड़े के ढेर सड़क पर आ गए। बारिश का पानी शिवाजी मार्केट की दुकानों में घुस गया। कई फीट पानी भर गया। दुकानों में पानी भरने से दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ है। दुकानदार हर्षित भोजवानी का कहना है कि अभी तो मानसून की शुरुआत है। पहली बारिश में ही दुकानों में पानी आ गया। आने वाले दिनों में और बरसात होगी तो दुकानदारों के लिए मुश्किल हो जाएगी। नगर निगम द्वारा आज तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया है।
इस दौरान उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी को भी आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि प्रदेश में, केंद्र में और यहां तक कि नगर निगम में भाजपा की सरकार है। 30 साल से नगर निगम पर भाजपा का कब्जा है लेकिन शिवाजी मार्केट में होने वाले जलभराव की समस्या आज तक नहीं निपट पाई है। अन्य दुकानदारों ने कहा कि पूर्व महापौर नवीन जैन ने भी शिवाजी मार्केट की समस्या के समाधान करने का वायदा किया था लेकिन उनका कार्यकाल बीत गया, समस्या का समाधान नहीं हुआ।