Home » रागेंद्र स्वरूप स्कूल के बच्चों ने उकेरी हर युग के भारत की तस्वीर, “युगांतर” के हर दृश्य ने किया मंत्रमुग्ध

रागेंद्र स्वरूप स्कूल के बच्चों ने उकेरी हर युग के भारत की तस्वीर, “युगांतर” के हर दृश्य ने किया मंत्रमुग्ध

by admin

• “युगांतर” थीम पर आयोजित हुआ रागेंद्र स्वरूप पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव
• 2022-23 के आईसीएसई एवं आईएससी टॉपर्स संग मेधावी छात्रों को किया गया सम्मानित
• वार्षिकोत्सव के माध्यम से बच्चों ने जाना भारत का इतिहास, बोले बनाएंगे फिर से सोने की चिड़िया

आगरा। ये युग देश के विकास का, विश्व पटल पर खोई पहचान को फिर एक बार बनाने का। जो युग स्वर्णिम कहलाता है, उसी युग को आधुनिक परिवेश में फिर दोहराने का….यूं तो जो ये बात बार-बार दोहरा रहे थे उन्हें नौनिहाल कहा जाता है, देश का भविष्य कहा जाता है किंतु रागेंद्र स्वरूप पब्लिक स्कूल के बच्चों ने देश के आदर्श नागरिक की तरह इस बात को सत्य करने का बीड़ा उठाया।

गुरुवार को आवास विकास कॉलोनी स्थित रागेंद्र स्वरूप पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव आयोजित किया गया। “युगांतर” थीम पर आयोजित वार्षिकोत्सव में देश के इतिहास, वर्तमान और भविष्य की झांकी का परिदृश्य बच्चों ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का आरंभ गणेश वंदना और स्वागत गान से हुआ। मुख्य अतिथि विधायक पुरुषोत्तम खण्डेलवाल, विशिष्ट अतिथि मेयर हेमलता दिवाकर, मजिस्ट्रेट मुकेश प्रकाश शर्मा, स्कूल डायरेक्टर डॉ अलकशैंद्र स्वरूप, पार्षद गौरव शर्मा, रिनेश मित्तल, एसएचओ सिकंदरा नीरज शर्मा, प्रतिभा जिंदल, डॉ नकुल गौतम ने दीप प्रज्जवलन किया।

प्रधानाचार्य गुरलीन कौर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि भारत के वैभव और प्रतिभाओं के कारण ही इसे सोने की चिड़िया कहा जाता था। ब्रिटिश हुकूमत ने इसे भले ही दासता की जंजीरों में कैद किया लेकिन सभ्यता और संस्कृति को कैद नहीं कर सके। बच्चों को युगांतर का अर्थ समझाने का अर्थ उन्हें देशभक्ति और देश के विकास से पूर्णरूप से जोड़ना है।

किंडरवर्ल्ड डांस के बाद बच्चों ने तीन युगों का परिदृश्य प्रस्तुत करते हुए एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। नृत्य नाटिका में बच्चों के भाव हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रहे थे। एक ओर बच्चों की मधुर वाणी से देशभक्ति के गीत उपस्थितजनों को मोहित कर रहे थे तो वहीं विद्यालय बैंड ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य साम्राज्य और कथक नृत्य के माध्यम से देश के प्राचीन वैभव और रानी लक्ष्मीबाई नाटिका से देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की झलक प्रस्तुत की गयी। ब्रिटिश शासन को मामा मिया नृत्य से दृशाया गया। गांधी जी नाट्य मंचन, जलियावाला बाग कांड के बाद हर दर्शक उस वक्त जोश से भर उठा जब अर्जन वैली गीत पर स्वतंत्रता की लड़ाई से जुड़ा। विभाजन का दंश, देश रंगीला, वंदे मातरम, स्वरांजिल, हरित क्रांति, न्यूक्लियर क्रांति से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुए जी 20 की गौरव गाथा को मंचित किया गया। गुजराती और कश्मीरी नृत्य प्रस्तुतियों ने देश की विविधता को दिखाया।

कार्यक्रम में 2022-2023 के दसवीं एवं बारहवीं आईसीएसई एवं आईएससी बोर्ड टॉपर्स और विषयवार शत प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। कक्षा 1 से 12 तक के मेधावी छात्र एवं छात्राओं को भी पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया गया। आगरा के सभी प्रतिष्ठित विद्यालयों के प्रधानाचार्य, विद्यालय के भूतपूर्व शिक्षक और छात्रगण उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Comment