Agra. लक्ष्य के साथ अगर उसे पूरा करने के लिए आप में लगन है तो आपको सफलता जरूर मिलेंगी। ऐसा ही कर दिखाया छत्ता थाना के सिपाही विमल कुमार ने। विमल भले ही पुलिस में नौकरी करते हुए समाज की सेवा कर रहे थे लेकिन सेना में जाकर देश सेवा का जुनून कम नहीं हुआ। इसी जुनून के चलते उन्होंने पुलिस विभाग की नौकरी करते हुए तीसरे प्रयास में सीडीएस परीक्षा पास की और आज लेफ्टिनेंट पद पर चयनित हो गए। इस सफलता को वह अपने बड़ों का आशीर्वाद मानते हैं। उनका कहना है कि सेना में जाकर देश सेवा की प्रेरणा उन्हें उनके पिता से मिली क्योंकि पिता भी सेना में थे।
संघ लोक सेवा आयोग की ओर से संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (1) (यूपीएससी सीडीएस) आयोजित होती है। सिपाही लगातार सेना से जुड़ी परीक्षाओं को दे रहे थे। इसी के तहत उन्होंने सीडीएस की परीक्षा दी और आज उस परीक्षा में पास होकर वह है लेफ्टिनेंट बन गए हैं। सिपाही विमल कुमार के चयन पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी सहित अन्य अधिकारियों और भाजपा वरिष्ठ नेता नीरज गुप्ता ने उन्हें बधाई दी और उनका मनोबल भी बढ़ाया।
सिपाही विमल कुमार मुजफ्फरनगर के थाना फुगाना क्षेत्र स्थित करौदा गांव के रहने वाले हैं। वह बीए पास हैं। वर्ष 2021 में उनका चयन पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर हुआ था, वह आगरा के थाना छत्ता में ड्यूटी कर रहे हैं। निरीक्षक शेर सिंह ने उनकी लगन और मेहनत की सराहना की। विमल कुमार के पिता धर्मेंद्र कुमार सेना से सेवानिवृत्त हैं। वह सेना में नायक थे। पिता से ही उन्हें सेना में जाने की प्रेरणा मिली थी। अब उनका चयन लेफ्टिनेंट के लिए हुआ है।
विमल कुमार ने बताया कि जब वह पुलिस की ट्रेनिंग के लिए निकले थे, तभी पिता ने कहा था कि सेना की तैयारी जारी रखना जबकि वह दो बार पहले सीडीएस और एनडीए की परीक्षा दे चुके थे जिसमें उनका चयन नहीं हुआ था लेकिन पिता की बातें कानों में गूंज रही थी। इसीलिए उन्होंने भी हार नहीं मानी और सेना में जाने के लिए वह जुनूनी हो गए।
डिवीजन चौकी पर ड्यूटी के बाद जो समय मिलता था वो पढ़ाई में लगाते थे। आज उसी का परिणाम है कि पिता से मिली प्रेरणा के चलते वह आज लेफ्टिनेंट बन गए हैं। उनकी इस मेहनत और लगन के चलते परिवार के लोग उत्साहित हैं तो वहीं बधाई देने वालों का तांता भी खूब लगा हुआ है।