Agra. एसएन मेडिकल कॉलेज से एक कैंसर पीड़ित मरीज लापता हुआ। लापता हुए मरीज के बेटे से 5 लाख की फिरौती मांगी गई है। मामला पुलिस तक पहुंचा तो जांच पड़ताल में जुटी, पुलिस ने फिरौती मांगने वाले को पकड़ लिया है लेकिन अपहृत मरीज का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेने की मांग कर रही है। पुलिस का कहना है कि अभी आरोपित गुमराह कर रहा है।
12 दिसंबर को गुमशुदगी की दी गई तहरीर
यह पूरा मामला एसएन मेडिकल कॉलेज से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि फिरोजाबाद के नगला खंगार निवासी अनुज कुमार ने 12 दिसंबर को एमएम गेट थाने में पिता वीरेंद्र कुमार की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को बताया कि करीब 5 दिन पहले पिता आगरा आए थे। वह कैंसर पीड़ित हैं। रात को रैन बसेरे में रुकते थे। 11 दिसंबर की रात उनसे आखिरी बार बातचीत हुई थी उसके बाद उनका कोई फोन भी नहीं आया।
13 दिसंबर को आया फिरौती का कॉल
बताया जाता है कि लापता हुए मरीज के बेटे के पास 13 दिसंबर को पिता के नंबर से एक फोन आया था। फोन करने वाले ने ₹5 लाख की फिरौती मांगी। इस संबंध में तुरंत पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया और पुलिस को पूरी घटना से रूबरू कराया। इसके बाद पुलिस ने अपहरण और फिरौती के आधार पर अपना राष्ट्रपति की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया।
पकड़ में आया आरोपित
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सीओ कोतवाली अर्चना सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई गई। इंस्पेक्टर एमएम गेट अवधेश अवस्थी ने फिरौती मांगने वाले युवक को पकड़ लिया है। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम हरिओम बताया है, वह टूंडला का निवासी है। आरोपित ने बताया कि उसकी संगति अच्छी नहीं है। पिता की जगह उसकी नलकूप विभाग में नौकरी लगी थी। कई साल से वह अपने कार्यालय नहीं गया। उस पर कर्जा हो गया। आरोपित के पास से अपहृत मरीज का मोबाइल मिला है। पूछताछ में उसे यह स्वीकार किया कि फोन उसने ही किया था। आवाज भी उसी की थी। पुलिस को आखिर तक उससे यह नहीं पता कि वीरेंद्र कुमार कहां है और उसके साथ क्या किया।
पहले से पहचानता था आरोपित
पुलिस ने बताया कि आरोपित हरिओम लंबे समय से एसएन मेडिकल कॉलेज के पास रेन बसेरे में रह रहा है। उसकी पहचान विनीत कुमार से रेन बसेरे में ही हुई थी। अभी कहानी उलझी हुई है। वीरेंद्र कहां गया, इस सवाल पर आरोपी ने पुलिस को दिए बयान कई बार बदले हैं। पहले यह कहने लगा कि मोबाइल मिल गया था। एक बार यह भी बोला कि वीरेंद्र योजना में शामिल है। पुलिस ने एक ही सवाल पूछा वीरेंद्र कहां है, वह यह नहीं बता पा रहा है।
अभी तक हाथ नहीं लगा कोई सुराग
भले ही पुलिस ने इस मामले के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन अभी तक एसएन मेडिकल कॉलेज से लापता हुए मरीज का कोई सुराग नहीं लग पाया है जिससे पीड़ित परिवार काफी परेशान है। पीड़ित परिवार ने पुलिस से पिता को खोज निकालने की मांग की है।