आगरा। अगर आप एटीएम से कैश निकालने जा रहे हैं तो भी आपको सावधान रहने की जरूरत है। एटीएम कार्ड आपके पास होगा और कोई भी आपसे उस एटीएम का पासवर्ड भी नहीं पूछेगा। उसके बावजूद भी आपके खाते से पैसे निकल जाएंगे। साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले अपराधियों ने अब लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए नया तरीका अपना लिया है। साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले लोग बैंकों के एटीएम में स्कीमर लगाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
बैंक के एटीएम में स्कीमर लगाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है। यह वीडियो आगरा के अर्जुन नगर केनरा बैंक शाखा के एटीएम का बताया जा रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि एटीएम में शातिर स्केमर कैसे लगाते हैं और लोगों को अपना शिकार बनाते है।
साइबर ठग स्कीमर लगाने के लिए ऐसे एटीएम को चुनते हैं जिनमे गार्ड तैनात नहीं होता है। ऐसे एटीएमों में साइबर ठग आसानी से स्कीमर और हिडन कैमरा लगा देते है। यह स्कीमर और हिडन कैमरा एक एटीएम में लगभग 10 से 12 घंटे के लिए लगाया जाता है। इस दौरान जितने भी ग्राहक एटीएम से कैसे निकालते हैं उनकी एटीएम का डाटा इसमे रिकॉर्ड हो जाता है।
एटीएम में जिस जगह कार्ड स्वेप किया जाता है वहां ऊपर से एक प्लास्टिक का ढक्कन चिपका दिया जाता है। इस ढक्कन में पतली टेपनुमा पट्टी चिपका दी जाती है जो कार्ड रीडर का काम करती है। जो भी ग्राहक अपना एटीएम स्वेप करते हैं उनके कार्ड का डाटा उसमें कॉपी हो जाता है। कीपैड के ऊपर एक प्लेट चिपकाए जाती है जिसमें एक हिडन कैमरा, मेमोरी कार्ड और बैटरी लगी होती है। ग्राहक जब अपना पासवर्ड टाइप करता है तो यह दृश्य उस कैमरे में कैद हो जाता है। 10 से 12 घंटे बाद शातिर उस एटीएम से कार्ड रीडर और हिडन कैमरा दोनों को निकाल कर ले जाते हैं। इसके बाद शातिर प्लास्टिक के खाली कार्ड में एक एक ग्राहक के एटीएम का डाटा कॉपी करते हैं और फिर नए एटीएम कार्ड बनाकर और पासवर्ड कैमरे से निकलकर लोगों के खाते से पैसे उड़ा देते है।
बैंकों के तमाम एटीएम से स्कीमर निकलने से एटीएम कार्ड यूज करने वाले खाताधारकों में भी हड़कंप मचा हुआ है। उनका कहना है कि लोगों की सहूलियत के लिए एटीएम की व्यवस्था की गई थी लेकिन अब यह सुविधा भी साइबर क्राइम को अंजाम देने वालों के निशानों पर आ गई।