आगरा। प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने वाले बसों की व्यवस्था अब अव्यवस्था बनती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने है। पिछले 24 घंटे से पत्र युद्ध अब शीत युद्ध और नारेबाजी में तब्दील हो चुका है। प्रवासी मजदूरों को घरों तक पहुंचाने के लिए बसों की मांग पर अड़ी कांग्रेस पीछे हटने को राजी नहीं है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस पर हमलावर हो रही है। बीजेपी के नेताओं ने इस मामले पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।
बीजेपी विधायक योगेंद्र उपाध्याय कहते हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद बसों की व्यवस्था की। हजारों प्रवासी मजदूरों को उनके घर सुरक्षित पहुंचाया गया। ऐसे में कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है और यह समय राजनीति करने का नहीं बल्कि महामारी में एक साथ लड़ने का है।
एक तरफ कांग्रेस तो दूसरी तरफ बीजेपी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। मगर प्रवासी मजदूरों की यह व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। लगातार भारतीय जनता पार्टी अब कांग्रेस को घेरने में लगी है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे भी कहते हैं कि कांग्रेश के द्वारा भेजी गई सूची में 120 से ज्यादा वाहन गलत पाए गए। उसके बावजूद कांग्रेस लगातार उत्तर प्रदेश में जबरन वाहन ले जाने की अनुमति पर अड़ी है। भारतीय जनता पार्टी के नेता कांग्रेस पर हमलावर होते हुए इसे ओछी राजनीति करार दे रहे हैं।
लड़ाई वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से होनी थी। मगर बसों को लेकर अब यह लड़ाई कांग्रेसी भाजपा में हो गई है। पहले पत्र युद्ध शुरू हुआ फिर बॉर्डर पर हंगामा शुरू हुआ और अब नारेबाजी प्रदर्शन और शीत युद्ध चल रहा है। ऐसे में प्रवासी मजदूर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों को कोस रहा है।