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बड़ी खबर : फीफा वर्ल्ड कप 2022 की ट्रॉफी – बॉक्स आगरा में हुए तैयार, 300 कारीगरों की लगी मेहनत

by admin

फु​टबॉल के सबसे बड़े महाकुंभ में भले ही भारत भाग नहीं ले रहा है लेकिन फीफा वर्ल्ड कप से भारत के आगरा का सीधा नाता जुड़ गया है। दरअसल, वर्ल्ड कप 2022 में जो मैच विजेता टीम होगी उसे प्रदान किये जाने करने वाली बेहद कीमती ट्रॉफी और उस टीम के साथ-साथ उपविजेता टीम सहित अन्य खिलाड़ियों को देने के लिए ट्रॉफी और जो उसके बॉक्स हैं, वह सब आगरा में तैयार हुआ है। इन ट्रॉफी और बॉक्स को तैयार करने के पीछे लंबी और रोचक कहानी है।

बॉक्स और ट्रॉफी तैयार करने वाले बिजनेसमैन अदनान शेख को डेढ़ साल तक पता ही नहीं था कि वो फीफा वर्ल्ड कप के लिए काम कर रहे हैं। आगरा के ताजगंज इलाके में जेम्स और हैंडीक्राफ्ट का काम करने वाले बिजनेसमैन अदनान शेख का परिवार कई पीढ़ियों से हैंडीक्राफ्ट और जेम्स का कारोबार कर रह रहा है।

अदनान शेख ने बताया कि उनका कतर और सऊदी अरब में भी काम है। वो पिछले पांच साल से वहां पर काम कर रहे हैं। ऐसे में करीब डेढ़ साल पहले उनके पास कतर से एक ऑर्डर आया। उनको कतर सरकार की ओर से एक ट्रॉफी और उसका बॉक्स का डिजाइन भेजा गया। इस डिजाइन को अफ्रीका और यूरोप देश के डेलीगेट्स ने पास किया था। उस डिजाइन का सैंपल उनसे मांगा गया। उन्होंने डिजाइन के मुताबिक सैंपल बनाकर भेज दिया। कुछ माह बाद उनके पास फिर से उस सैंपल को ब्रास में बनवाने का ऑर्डर आया। उन्होंने ब्रास में सैंपल बनाकर भेज दिया। इसके बाद काफी दिनों तक कोई बात नहीं हुई। फिर एक दिन उनको उस डिजाइन के करीब 2000 पीस बनाने का ऑर्डर मिला। उन्होंने डिजाइन पर काम करना शुरू कर दिया। उस समय तक उनको बिल्कुल नहीं पता था कि ये ऑर्डर किस लिए हैं।

फीफा वर्ल्ड कप का है आर्डर

अदनान शेख ने बताया कि कतर सरकार की ओर से ऑर्डर मिलने पर वे उस आर्डर को पूरा करने में जुट गए। आर्डर दूसरे देश से मिला था, इसलिए भारत की प्रतिष्ठा व साख का सवाल था। इस पर उन्होंने काफी सावधानी बरतते हुए काम शुरू कर दिया। काम बेहद बारीक और बेहतर फिनिशिंग वाला था ,इसलिए आगरा के अलावा जयपुर और मुरादाबाद के करीब 300 स्पेशल कारीगरों को इस काम में लगाया गया। एक बॉक्स और ट्रॉफी को बनाने में करीब दो माह का समय लगा।

जब उनका ऑर्डर लगभग पूरा हो गया तो करीब तीन माह पहले उनके पास कतर से कॉल आई। वो वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीटिंग से जुड़े। उस मीटिंग में कतर सरकार के लोग व फीफा वर्ल्ड कप से जुडे लोग थे। उस मीटिंग में उन्हें बताया गया कि ये ट्रॉफी और बॉक्स फीफा वर्ल्ड कप के विजेता, उप विजेता टीम के खिलाड़ियों सहित अफ्रीका व यूरोप की टीमों के खिलाड़ियों को दिए जाएंगे।

अदनान ने बताए कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जब उन्हें फीफा वर्ल्ड कप के बारे में पता चला तो एक पल के लिए वो स्तब्ध रह गए। उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि वो फीफा वर्ल्ड कप के लिए काम कर रहे थे। जब उन्होंने इस बारे में परिवार को बताया तो परिवार के लोग भी काफी उत्साहित दिखे।

ट्रॉफी और बॉक्स का वजन 22 किलो

अदनान शेख ने बताया कि ट्रॉफी और बॉक्स का वजन करीब 22 किलो है। इसमें जो बॉक्स है, वो 15 किलो का है। बाकी ट्रॉफी 7 किलो की है। उन्होंने बताया कि बॉक्स और ट्रॉफी बनाने में नेचुरल सेमी प्रेशियस स्टोन लैपिस लाजुली का इस्तेमाल किया गया है। स्टोन के ऊपर ब्रास लगाया गया है। फिर इसके ऊपर 22 कैरेट गोल्ड की प्लेटिंग की गई है। ये ट्रॉफी और बॉक्स बेशकीमती है। ये स्टोन अफ्रीका में पाया जाता है। इसको बनाने में हाथ की कारीगरी का इस्तेमाल हुआ है। इसको उनकी कंपनी ADziran ने तैयार किया।

पुशतैनी काम से जुड़ी एक और उपलब्धि

युवा कारोबारी अदनान शेख ने कहा कि हस्तशिल्प कारोबार और विशेष तौर पर पच्चीकारी-नक्काशी का काम उनका पुशतैनी है। विरासत में उन्हें यह कारोबार मिला है। खानदान की कई पीढ़ियों के परिवार इस कारोबार से जुड़े हुए है। समय के साथ-साथ इस कला को हमलोग और ज्यादा निखारने की कोशिश कर रहे हैं। कई दशकों पुरानी इस कला को आज के मॉर्डन जमाने में उसकी पुरानी खूबसूरती के साथ उस कला को देश-विदेश तक लेकर जाने की कोशिश की है। शायद इसी का परिणाम है कि फीफा वर्ल्ड कप 2022 ​के लिए विशेष टॉफी और उसके बॉक्स बनाने का काम उन्हें मिला है। इसके चलते ही पुशतैनी काम में एक और उपलब्धि जुड़ गई है।

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