आगरा। ताजनगरी में जब गंगाजल आया तो भाजपा के तमाम जनप्रतिनिधियों में इसका श्रेय लेने की होड़ मच गई। यहां तक कि भाजपा के एक विधायक यमुना नदी के किनारे बसे आगरा शहर के ‘भागीरथ’ तक बन गए। उसके बावजूद परिस्थिति ऐसी है कि उन्हीं ‘भागीरथ’ विधायक के क्षेत्र में आज भी जनता शुद्ध पानी के लिए तरस रही है। क्षेत्रीय जनता कई बार उनके घरों तक गंगाजल पहुंचाने के लिए चक्कर खा चुकी है लेकिन सैकड़ों किलोमीटर दूर से गंगाजल आगरा की धरती पर लाने का दावा करने वाले विधायक अपने ही क्षेत्र में घर-घर तक गंगाजल नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं दक्षिण विधानसभा में थाना लोहामंडी के अंतर्गत पुरानी आबादी क्षेत्र की। यहां के लोगों को आज तक गंगाजल तो नसीब नहीं हो सका लेकिन शुद्ध पानी के लिए भी क्षेत्रीय लोगों को प्रतिदिन मारामारी करनी पड़ती है। सर्दी के मौसम में पुरानी आबादी क्षेत्र के लोगों की यह समस्या और अधिक बढ़ गई है।
लोहामंडी, पुरानी आबादी क्षेत्र के गोपाल कुशवाहा ने बताया कि सर्दी का मौसम है। ऐसे में लोगों को सुबह सुबह ठंड में पानी भरने के लिए घर से काफ़ी दूर जाना पड़ता है। उन्होंने कई बार शुद्ध पानी के लिए विधायक से शिकायत की लेकिन विधायक यही बात आश्वासन देते हैं कि गंगाजल आगरा में लाया गया है। जल्द ही हर घर को जल दिया जाएगा। लेकिन घर की तो बात दूर, सड़क के पास लगे हुए हेडपंप तक में पानी नहीं मिलता। टैंकरों के सहारे अपने घर का कामकाज करना पड़ता है। रोज सुबह उठकर, बाल्टी हाथ में लेकर लोग पानी लेने के लिए कुछ इस तरह से निकलते हैं कि जैसे किसी जंग पर जा रहे हैं।
क्षेत्रवासी राकेश ने बताया कि इस समय प्रदेश व केंद्र में भाजपा की सरकार है और हमारी दक्षिण विधानसभा में भाजपा के ही विधायक हैं इसके बावजूद क्षेत्र की जनता त्रस्त है। पिछले कई सालों से हमारी पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसलिए इस बार चुनाव में हम सभी क्षेत्र वासियों ने मन बनाया है कि जो हमारी समस्या सुनेगा हम उसी को अपना वोट देंगे।