इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू का कार्यकाल खत्म हो गया है, जिसके चलते नए प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने रविवार को पीएम पद गृहण करने के लिए शपथ ली। दरअसल आपको बता दें पीएम नेतन्याहू पिछले 12 साल से अपने पद पर लगातार काबिज थे। लेकिन अब संसद में भारी वोटों से विजय हासिल कर दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के 49 वर्षीय नेता और पूर्व कमांडर रहे बेनेट ने रविवार को सत्ता की कमान थाम ली है।नए प्रधानमंत्री के शपथ लेने पर बनी सरकार में 27 मंत्री हैं जिनमें से 9 महिलाएं हैं। खास बात यह है कि नई सरकार के लिए अलग अलग विचारधारा के दलों ने एक साथ गठबंधन किया है। इन मुख्य दलों में दक्षिणपंथी बाम मध्य मार्गी के साथ अरब समुदाय का भी प्रतिनिधित्व करने वाली एक पार्टी है।
येश एतिद पार्टी के मिकी लेवी को संसद का स्पीकर नियुक्त किया गया है। बता दें मिकी लेवी के पक्ष में 67 लोगों ने मतदान किया है। लेकिन स्पीकर चुनने से पहले प्रधानमंत्री बेनेट ने संसद में संबोधन के दौरान अपनी सरकार के मंत्रियों के नामों की घोषणा भी की। हालांकि इस दौरान 71 वर्षीय नेतन्याहू के समर्थकों ने व्यवधान भी डाला। लेकिन बेनेट ने इस दौरान कहा कि ” उन्हें फक्र है कि अलग-अलग विचार वाले लोगों के साथ काम करेंगे।” आगे बेनेट बोले, “इस निर्णायक समय हम यह जिम्मेदारी उठा रहे हैं।इस सरकार के अलावा देश के सामने बस यही विकल्प था कि और चुनाव करवाएं जाएं। इससे और नफरत फैलती और देश पर असर पड़ता।”
इस दौरान नए प्रधानमंत्री के संबोधन पर लिकुड पार्टी के सदस्यों ने जमकर हंगामा काटा और नए प्रधानमंत्री को ‘अपराधी’ और ‘झूठा’ करार दिया। नए प्रधानमंत्री बेनेट ने यह भी कहा कि इजरायल, ईरान को परमाणु हथियार बनाने की क्षमता विकसित नहीं करने देगा।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने बेनेट को प्रधानमंत्री पद ग्रहण करने पर शुभकामनाएं दी और कहा कि वे उनके साथ काम करने के लिए एक्साइटिड हैं। बाइडन कहते हैं,”अमेरिका के लोगों की ओर से मैं प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और विदेश मंत्री याइर लापिड तथा नए मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को बधाई देता हूं। दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करने पर हम काम करेंगे।”