देश के बैंकिंग सेक्टर में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। ABG ग्रुप (ABG Shipyard) ने एक-दो नहीं बल्कि दो दर्जन से ज्यादा बैंकों के साथ धोखाधड़ी की है। आंकड़ा इतना बड़ा है कि बैंकिंग घोटाले के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। इस मामले में अबतक 8 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। फिलहाल सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द ही जांच में दूसरी एजेंसियां भी शामिल हो सकती हैं।
सीबीआई के मुताबिक ये धोखाधड़ी किसी एक बैंक के साथ नहीं, बल्कि बैंकों के समूह के साथ की गई है। कुल 28 बैंकों के साथ धोखाधड़ी हुई है, जिसमें एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई, पंजाब नेशनल बैंक समेत प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई भी शामिल हैं और साथ ही एलआईसी को भी चूना लगाया गया है। इस घोटाले का सबसे पहला खुलासा अगस्त 2020 में हुआ, जब 25 तारीख को एसबीआई के एक डिप्टी जीएम ने सीबीआई को लिखित में शिकायत की थी।
28 बैंकों और एलआईसी को चूना लगाने वाली दो कंपनियां हैं, लेकिन एक ही ग्रुप की हैं, जिसका नाम है ABG शिपयार्ड और ABG इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड है। CBI के मुताबिक गुजरात के सूरत की ये कंपनी पानी के जहाजों के निर्माण और उनकी मरम्मत समेत उससे जुडे़ दूसरे काम भी करती है।
FIR में ABG ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर आरके अग्रवाल के अलावा एग्जीक्युटिव डायरेक्टर, दूसरे डायरेक्टर और कई सरकारी अधिकारी के नाम भी दर्ज हैं। इन लोगों के खिलाफ सरकारी संपत्तियों को हड़पने जैसे गंभीर धाराओं (आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम) के तहत केस दर्ज किया गया है।जिन धाराओं में केस दर्ज किया गया है, उसमें आरोप साबित होने पर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती