आगरा। कालिंदी विहार, शाहदरा चुंगी पर उस समय स्थिति विवादस्पद हो गयी जब सड़क चौड़ीकरण के नाम पर एनएचएआई की ओर से वर्षों पुराने मंदिर से भगवान हनुमान जी की मूर्ति हटा दी गयी और मंदिर को तोड़ने का काम शुरू किया गया। घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ता पहुँच गए और जमकर हंगामा काटा। विरोध प्रदर्शन करते हुए बजरंगियों ने काम रूकवा दिया और हनुमान की नई मूर्ति लाकर उसी स्थान पर मूर्ति स्थापित कराने में लग गए। मामला बढ़ता देख एनएचएआई ने भी काम रोक दिया और घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी।
घटना झरना नाले के पास हाइवे किनारे स्थित हनुमान मंदिर की है। हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण के नाम पर इस मंदिर को तोड़ने का प्रयास काफी समय से चल रहा है। इस मंदिर को लेकर कई बार जिलाधिकारी महोदय से वार्ता हुई है कि मंदिर को तोड़े जाने के बजाए पीछे वन विभाग की खाली पड़ी जमीन पर शिफ्ट कर दिया जाए लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रहा बल्कि मंदिरों को तोड़े जाने पर जोर दे रहा है।
जिला संयोजक अनुज का कहना है कि प्रशासन को सड़क के बीच आने वाले मंदिर तो दिखाई देते है लेकिन सड़क के बीचों बीच बनी मस्जिद कभी नहैं4 दिखाई देती। डेवेलपमेंट के नाम पर उन्हें कभी शिफ्ट नही किया जाता। प्रशासन ऐसा पक्षपात क्यों करता है। हिंदूवादियों ने साफ किया है कि यह योगी जी की सरकार है मंदिर टूटने नही दिया जाएगा। जिला प्रशासन वन विभाग से वार्ता कर मंदिर को पीछे खाली जमीन पर शिफ़्ट करवाये।