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जिले में क्षय रोग के उन्मूलन के लिए जागरूकता रैली का आयोजन

by pawan sharma
  • राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम: एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान का आगाज
  • रैली निकालकर एसीएफ अभियान का हुआ शुभारंभ, 20 सितंबर तक चलेगा अभियान

आगरा। जिले में 9 से 20 सितंबर तक राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम तहत एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान का आगाज हो गया है। अभियान के सफल क्रियान्वयन और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से जागरूकता रैली का आयोजन आयोजन किया गया। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने रैली को हरी झंडी दिखाकर एसीएफ अभियान का शुभारंभ किया ।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग का आयोजन 9 से 20 सितंबर तक किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षय रोग के एक्टिव मामलों की पहचान करना और उन्हें उचित उपचार प्रदान करना है। उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सामुदायिक भागीदारी महत्वपूर्ण है क्योंकि आप जागरूक होंगे तो समाज जागरूक होगा टीबी से बचाव के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है । सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दिया जाए और लोगों को क्षय रोग के उन्मूलन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाए। अपने आसपास के लोगों को भी अवश्य जागरूक करें । स्वास्थ्य विभाग की टीम आपके घर आए तो लक्षणों के आधार पर सही जानकारी अवश्य प्राप्त कराए और टीमों का सहयोग करें जिससे कोई भी संभावित टीबी मरीज उपचार से वंचित न रहे ।

बांझपन की समस्या से जूझ रहीं महिलाएं भी कराएं जांच
डीटीओ ने बताया कि वह महिलाएं भी अपनी टीबी की जांच कराएं जो बांझपन की समस्या से जूझ रही हैं, ऐसी महिलाओं को भी टीबी होने का खतरा बढ़ जाता है। यदि आपको दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही है या बुखार की समस्या है, बलगम में खून आता है, भूख कम लगती और वजन तेजी से कम हो रहा है, रात में पसीना आता, गले में कोई गांठ (लिम्फनोड) है। ऐसे में एसीएफ अभियान के दौरान घर पर दस्तक देने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम को जानकारी जरूर दें। आपको टीबी हो सकती है। अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें राष्ट्रीय टोल फ्री नम्बर 1800116666

संभावित क्षय रोगियों को खोजे जाने हेतु क्षय रोग के लक्षण

  • दो सप्ताह से अधिक खाँसी
  • दो सप्ताह से अधिक बुखार
  • बलगम में खून आना
  • भूख में कमी
  • वजन का कम होना
  • रात में पसीना आना
  • गले में गांठ (लिम्फनोड)
  • महिलाओं में बांझपन की समस्या इत्यादि

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