Home ताज़ा ख़बर जागरूकता ही है एड्स से बचाव का तरीका, आगरा में इस वर्ष 8 हज़ार से अधिक लोगों ने कराई जांच

जागरूकता ही है एड्स से बचाव का तरीका, आगरा में इस वर्ष 8 हज़ार से अधिक लोगों ने कराई जांच

by admin

हर साल 1 दिसंबर को दुनियाभर में विश्‍व एड्स दिवस (World Aids Day) मनाया जाता है। ये एक ऐसी बीमारी है, जिसे पूरी तरह से ठीक करने के लिए अब तक कोई दवा नहीं बनी है और केवल सतर्कता व जागरूकता ही इस बीमारी का इलाज है। इस लाइलाज बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक बनाने के लिए जिला अस्पताल में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। चिकित्सकों की ओर से जन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया जो भी मरीज या तीमारदार जिला अस्पताल पहुंचे उन्हें एड्स के प्रति जागरूक बनाया और उन्हें इस बीमारी के फैलने और क्या बचाव है इसकी जानकारी दी।

World Aids Day का इतिहास

वैश्विक स्‍तर पर विश्‍व एड्स दिवस को मनाने की शुरुआत WHO ने 1988 में हुई थी। उस समय के अनुमान के मुताबिक करीब 90,000 से 1,50,000 व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव थे। विश्‍व एड्स दिवस, ग्‍लोबल हेल्‍थ के तौर पर मनाया जाने वाला पहला इंटरनेशनल डे था। 1996 तक WHO ने विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day 2022) को लेकर सालाना कई सारे कार्यक्रमों का आयोजन किया। उसके बाद संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूएन एड्स ने इन जिम्मेदारियों को अपने हाथों में ले लिया। हर साल इस दिन यूनाइटेड नेशंस की एजेंसियां, सरकारें और लोग एचआईवी से जुड़ी खास थीम पर अभियान चलाने के लिए साथ जुड़ते हैं और लोगों को इस बीमारी के लिए जागरुक करते हैं।

विश्‍व एड्स दिवस की थीम

हर साल इस दिन की थीम निर्धारित की जाती है। इस बार विश्व एड्स दिवस की थीम (World AIDS Day theme 2022) इक्विलाइज़ (Equalize) समानता रखी गई है। ताकि समाज में फैली असमानताओं को दूर करके एड्स को जड़ से खत्‍म करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा सके। ये दिन हर उस व्‍यक्ति को याद करने और उन्‍हें श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिसने इस घातक बीमारी के कारण अपनी जान गंवाई है।

एचआईवी की जांच

आगरा जिला अस्पताल के रूम नंबर 49 में एचआईवी की जांच की जाती है। यहां पर एड्स व अन्य रोगों से संबंधित जानकारियां दी जाती हैं और उन्हें लाइलाज बीमारी के प्रति जागरूक भी बनाया जाता है। एड्स को कैसे रोका जा सकता है और छोटी सी लापरवाही कैसे आपको एचआईवी पॉजिटिव बना सकती है, इसकी पूरी जानकारी यहां पर दी जाती है। किशोर किशोरियों की काउंसलिंग भी की जाती है।

11 महीनों में 8000 से अधिक जांच

एचआईवी के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं। इसी का नतीजा है कि लोग आगरा के जिला अस्पताल में एचआईवी की जांच कराने के लिए आ रहे हैं। एक जनवरी से 30 नवंबर तक लगभग 8000 से अधिक लोगों ने एचआईवी की जांच कराई है जिसमें 1% रेश्यो पॉजिटिव का है। यानी 8000 लोगों में 80 लोग पॉजिटिव निकले हैं।

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