Mathura. बदलते इस दौर में आधी आबादी किसी से कम नही है चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर सरकारी नौकरी और व्यावसायिक क्षेत्र, हर क्षेत्र में आधी आबादी(बालिकाएं,युवती और महिलाएं) पुरुषों से आगे निकल कर परिवार का नाम रोशन कर रही है। मथुरा की एक बेटी ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया है जिससे उसने अपने जिले का नाम तो रोशन किया ही है वही परिवार का नाम भी बढ़ाया है। मथुरा की इस बेटी का चयन देश के प्रख्यात भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में परमाणु वैज्ञानिक के पद पर हुआ है। बेटी की इस खुशी से परिवार में खुशी का माहौल है तो पड़ोसी भी बेटी की इस उपलव्धि पर गर्व कर रहे है और मिठाई खिलाकर उसे बधाई दे रहे है।
हाल ही में मथुरा की रहने वाली बेटी अवंतिका गौतम ने मुम्बई स्थित भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक पद के लिए परीक्षा दी थी। इस परीक्षा के परिणम ने उसकी दुनिया ही बदल दी। वैज्ञानिक पद पर अवंतिका का चयन होने पर परिवार में खुशी का माहौल है और सभी अवंतिका को इस उपलब्धि के लिए बधाई दे रहे है।
एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक हैं अवंतिका के पिता:-
अवंतिका के पिता पेशे से एक निजी स्कूल में शिक्षक हैं। वह बच्चों को सच्ची राह पर चलने के लिए लगातार प्रोत्साहित करते हैं। कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी दिए हैं। अवंतिका गौतम को भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में चयन होने के बाद लगातार उसे बधाइयों का दौर जारी है।
सफलता का श्रेय दिया परिवार को:-
अवंतिका गौतम ने इस सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया और उन्होंने कहा कि जिस तरह से परिवार ने मुझे अच्छी परवरिश दी और इस मुकाम तक मुझे पहुंचाया मुझे गर्व है अपने परिवार पर।
ऐसे रहा अवंतिका शिक्षा का सफर:-
अवंतिका ने बताया कि मैंने एग्जाम दिया था और वार्क के लिए शॉर्टलिस्ट हुई। 16 दिसंबर को मुंबई इंटरव्यू देने गई। 5 जनवरी को अवंतिका का सेलेक्शन ट्रेनिंग सेंटफिक ऑफिसर के पद पर हुआ है। अवंतिका ने बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी ऑनर्स फिजिक्स से की थी। उन्होंने बताया कि 2020 में दिल्ली आईआईटी में मास्टर डिग्री पूरी होने के बाद भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र में वैज्ञानिक पद के लिए परीक्षा दी थी। अवंतिका के पिता मनोज गौतम ने बताया कि अवंतिका की प्राथमिक शिक्षा मुकुंदपुर रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल से हुई। 2009 में सातवीं कक्षा में अवंतिका का एडमिशन शहर के रतन लाल फूल कटोरी स्कूल में कराया। इसी स्कूल से 2013 में दसवीं की परीक्षा 98 प्रतिशत अंक लाकर पास किया। 2015 में अवंतिका ने बारहवीं की परीक्षा को 95 प्रतिशत अंक लाकर उत्तरीन किया। उन्होंने बताया कि बेटी पीसीएम में 97 प्रतिशत अंक लेकर आयी। गौतम आगे बताते हुए कहते हैं। 2015 से और 2018 तक उसने अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट कर ली थी और आईआईटी जैम के बाद दिल्ली से एमएससी किया।
ऐसे हुआ भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र में सलेक्शन:-
अवंतिका के पिता ने बताया कि भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में ऑल इंडिया 37 वीं रैंक अवंतिका ने प्राप्त की थी। 1 फरवरी 2020 को इसका एग्जाम हुआ था। 17 नवंबर को यह चुनी गई। वही 16 दिसंबर 2020 को इस का इंटरव्यू हुआ। उस इंटरव्यू के जरिए इस को शॉर्टलिस्ट किया गया। 5 जनवरी 2021 को हमें यह पता चला कि अवंतिका का चयन मुंबई के भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में एक वैज्ञानिक के पद पर हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि इस एग्जाम से पहले एनटीयू सिंगापुर तथा नेट जे आर एफ़ का चयन हुआ था। बेटी ने सिंगापुर न जाकर अपने देश मे ही रहकर देश की सेवा करने का निश्चय किया। अवंतिका घर में मोहित, जय और गिरीश तीनों भाईयों से छोटी है। घर के सभी लोगों का प्यार अवंतिका के ऊपर ही रहता है। अवंतिका की माता प्रभा गौतम ने बेटी को बधाई देने के साथ उसके उज्जवल भविष्य की कामना की।
शिक्षा के लिए गांव छोड़ दिया:-
मनोज गौतम मूल रूप से मथुरा जिले के गांव रान्हेरा के रहने बाले है। गांव में अच्छा स्कूल न होने के कारण उन्होंने 20 साल पहले अपने गांव को छोड़ दिया। मथुरा में 20 साल से रह कर अपने परिवार को अच्छी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं। परिवार में सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा और एक उज्जवल भविष्य देने की मनोज गौतम ने ठानी है। मनोज गौतम का बड़ा बेटा मोहित गौतम पेशे से इंजीनियर है। वह इन दिनों तेलंगाना में कार्यरत है।
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