आगरा। ताजगंज थाना क्षेत्र के एडीए हाइट्स के बराबर में बने प्राचीन मंदिर पर उस समय लोगों ने जमकर हंगामा काट दिया जब एडीए हाइट्स में रह रहे लोगों ने मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला डाल दिया और आम व्यक्तियों के मंदिर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी। एडीए हाइट्स की ओर से की गई इस कारगुजारी से आक्रोशित क्षेत्रीय लोगों ने जमकर हंगामा काटा और रोड जाम करने की भी कोशिश की गई। मंदिर पर लोगों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई तो दूसरी ओर हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
मौके पर पहुंचे हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने कुछ लोगों द्वारा मंदिर पर कब्जा किए जाने का आरोप लगाया और वहीं धरने पर बैठ गए। स्थिति विवादास्पद होते देख पुलिस ने हस्तक्षेप किया तो एडीए हाइट्स के वाशिंदे और उसके मालिक भी मौके पर पहुंच गए और जमीन से संबंधित कागज दिखाते हुए उनकी जमीन में मंदिर होने की बात कहने लगे जबकि क्षेत्रीय लोगों ने इस बात से इनकार कर दिया और मंदिर एडीए हाइट्स की जमीन में ना होने की बात कही।
बताया जाता है कि आज मंदिर पर सामूहिक भंडारे का आयोजन किया गया था। इस भंडारे में लोग प्रसाद ग्रहण करने के लिए जा रहे थे लेकिन एडीए हाइट्स के लोगों ने मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला डाल दिया और लोगों से कहने लगे कि यह आम मंदिर नहीं है एडीए हाइट्स का मंदिर है। यह सुनकर लोगों में आक्रोश फैल गया और लोगों ने जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया।
क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि यह काफी प्राचीन मंदिर है और क्षेत्रीय लोगों ने मिलकर इस मंदिर का निर्माण कराया था और आज कुछ लोग इस पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहते हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौके पर पहुंचे हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी गोविंद पाराशर का कहना था कि मंदिर हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। मंदिरों पर किसी को भी कब्जा करने नहीं दिया जाएगा चाहे वह हिंदू समाज से ही क्यों ना हो।
मामले को बढ़ता देख पुलिस ने हस्तक्षेप किया और इस मंदिर के गेट के ताले को खुलवाया जब जाकर लोगों का आक्रोश शांत हुआ और सभी लोगों ने मिलकर इस मंदिर में पूजा अर्चना की