आगरा। अब आशा कार्यकर्ता छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल के लिए बच्चे की मां को भी प्रशिक्षित करेंगी। इसके लिए क्षेत्रीय परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र में पांच दिवसीय होम बेस्ड यंग चाइल्ड केयर प्रोग्राम (एबीवाईसी) का पांच दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। यह प्रशिक्षक ब्लॉक स्तर पर आशाओं को प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके तहत अब आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण कर 15 माह तक के बच्चों की देखभाल करेंगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नोडल डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि अब गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को 42 दिन की बजाय 15 माह तक बच्चों की देखभाल करनी है। इसके लिए जिले की सभी आशा वर्करों को एचबीवाईसी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल का कार्यक्रम शुरू किया गया है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में आशा प्रसव पश्चात देखभाल, माता का स्वास्थ्य, स्तनपान, बच्चे की आवश्यक देखभाल, परिवार नियोजन, बच्चों में बीमारी की देखभाल, बीमारी के लक्षणों की शीघ्र पहचान 15 माह तक करेंगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में गृह भ्रमण की योजना, स्वच्छता, व्यक्तिगत साफ-सफाई, बच्चों को दिए जाने वाले सही पोषण, ऊपरी आहार, टीकाकरण, बच्चे की वृद्धि की निगरानी, 3,6,9,12 व 15 माह के शिशुओं का ग्रह भ्रमण, मासिक रिपोर्टिंग आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. सुधांशु यादव, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज जायसवाल, प्रमोद शर्मा, विनोद पचौरी ने प्रशिक्षण दिया।