आगरा। कोचिंग संस्थान खोलने के लिए मंगलवार को आगरा प्रोग्रेसिव टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। अनलॉक -2 के तहत 21 जून से ज्यादातर सभी आर्थिक गतिविधियों व संस्थानों को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत खोल दिया गया है लेकिन शिक्षण संस्थान अभी भी बंद है। जिससे कोचिंग संचालकों में रोष व्याप्त है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि कोचिंग संस्थाओं को भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 30 फ़ीसदी क्षमता के साथ खुलवा दिया जाए। क्योंकि कोचिंग संचालक और अध्यापक भी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
आप्टा के पदाधिकारियों ने कहा कि कोचिंग संचालक मकान मालिक का किराया, बिजली का बिल, स्टाफ की सैलरी आदि के कारण मानसिक तनाव में हैं। सरकार द्वारा मुख्य परीक्षाएं जेई, नीट, बीएड आदि जैसी परीक्षाएं भी जुलाई में कराने की तैयारी है। जिसके लिए विद्यार्थी कोचिंग संस्थानों का ही सहारा लेता है।
एसोसिएशन के संस्थापक व संयोजक डॉ सुनील उपाध्याय ने कहा कि बंद पड़े कोचिंग सेंटरों की वजह से संचालकों की हालत भुखमरी के कगार पर आ गई है। सरकार को शिक्षा और शिक्षकों को बचाने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शिक्षण संस्थानों को खुलवा देना चाहिए।
इस अवसर पर संस्थापक व संयोजक डॉ सुनील उपाध्याय, अध्यक्ष डॉ मोहित दीक्षित, कोषाध्यक्ष अंकुर जैन, मुकेश मिरचंदानी, पवन धनवानी, उमेश टिन्ना सुभाष झा, अंकुर अग्रवाल, वैभव बंसल, अनिल रजवानी, पियूष गर्ग, नीरज शर्मा , अनूप तिवारी, धर्मेंद्र पटेल, सनी सल्होत्रा, अभिनव वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।