आगरा. 03 मई 2024. लोकसभा चुनाव 2024 में जीत का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी अपने ही कार्यकर्ताओं और नेताओं से जंग लड़ रही है सवाल इस बात का है कि क्या इन्हीं हालात से भारतीय जनता पार्टी अबकी बार 400 पार का नारा देने वाली पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। आगरा जनपद में लोकसभा चुनाव 2024 की बात करें तो सबसे ज्यादा फतेहपुरसीकरी लोकसभा में भाजपा विरोध के स्वर उठने लगे हैं भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर के खिलाफ जहां भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के पुत्र चौधरी रामेश्वर ने मैदान में है तो वहीं भाजपा नेत्री का भाजपा प्रत्याशी का स्वागत करते नहीं बल्कि कांग्रेस प्रत्याशी का स्वागत करते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दरअसल आपको बताते चलें कि कांग्रेस प्रत्याशी का स्वागत करने वाली यह भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान है। पायल सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी में कई अहम पदों की जिम्मेदारी भी निभा चुकी है। खबर लिखे जाने से ठीक 15 मिनट पहले भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान ने अपनी फेसबुक वॉलपेपर पर आगरा फतेहपुरसीकरी लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार का स्वागत करते हुए फोटो अपनी फेसबुक पर पोस्ट किया।
भाजपा के लिए भाजपा नेत्री ने की तीखी टिप्पणी
भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान ने फेसबुक पर कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार के साथ स्वागत करते हुए फोटो पोस्ट करने के बाद भाजपा के लिए तीखी टिप्पणी की है। भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान ने साफ शब्दों में लिखा ‘जहां से भी मेरा छत्रिय भाई मैदान में होगा, हम उसका तहेदिल से स्वागत करेंगे। मेरी कौम को कुचलकर कोई हमें पाठ पढ़ने की कोशिश ना करें, यह वह कौम है, जिसके बलिदान से आज तक हिंदुत्व जिंदा है, जो कौम का नहीं, वह किसी का नहीं।’
भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान वह फोटो भी सोशल मीडिया पर मौजूद है, जिन फोटो में भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान गृहमंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत कर रही है तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ में भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान दिखाई दे रही है।
फतेहपुरसीकरी लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार का स्वागत करते हुए भाजपा नेत्री पायल सिंह चौहान का फोटो वायरल होने के बाद यह बात स्पष्ट हो गई है कि फतेहपुरसीकरी लोकसभा में भाजपा प्रत्याशी किसी और से नहीं बल्कि अपनों से जंग लड़ रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या भाजपा प्रत्याशी की जीत यहां से आसान होगी।