आगरा। रावण पर तीर ताने श्रीराम और लक्ष्मण के तीर छोड़ते ही जय श्रीराम के गूंजते जयकारे। वीर हनुमान जी के नेतृत्व में सोठे लेकर राक्षस दल से मुकाबला करती वानर सेना। कुछ ऐसा ही रोमांचकारी नजारा था प्राचीन दशहरा शोभायात्रा का। जहां श्रीराम और रावण के ढोलों के बीच भीषण युद्ध का नाजारा था। सर्वप्रथम प्रथम पूज्य श्री गणेश जी की सवारी सहित 60 आकर्षक झांकियों के साथ निकली। 500 वर्ष प्राचीन दशहरा शोभायात्रा (मंदिर श्रीराम चंद्र जी महाराज जटपुरा खातीपाड़ा लोहामंडी)। शोभायात्रा का शुभारम्भ मुख्य अतिथि केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, सुरेश चंद्र गर्ग, मुकेश जैन, विकास गुप्ता ने श्रीराम व लक्ष्मण के स्वरूपों की आरती कर किया। जगह-जगह शोभायात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत व श्रीराम और लक्ष्मण के उद्घोष के साथ आरती की गई।
शोभायात्रा खातीपाड़ा-जटपुरा श्रीराम चंद्र जी के प्राचीन मंदिर से प्रारम्भ हुई। सर्वप्रथम गणेश दरबार, खाटू श्याम जी, चामुण्डा माता, बांके बिहारी, बजरंग बली, महादेव, राम दरबार, रामजी का विजय रथ सहित 60 आकर्षक सवारियां थीं। जिन्हें देखने के लिए शोभायात्रा मार्ग पर दोनों ओर भक्तों की भीड़ थी। शोभायात्रा तोता का ताल, लोहामंडी बाजार, राजामंडी, एमजी रोड से होती हुई सेंट जोंस चौराहे पर पहुंची। जहां रावण दहन किया गया।
शोभायात्रा कमेटी सदस्यों में मुख्य रूप से शोभायात्रा कमेटी के अध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल, विनय अग्रवाल, राजपाल यादव, अमित बंसल, हेमन्त प्रचापति, शरद चौहान, मौनी पारीक, तरुण सिंह, क्षमा जैन सक्सेना, रामदास कटारा, आशीष पाठक, हर्षित पाठक, मधु सिंह, कमल सिंह, सोनू अग्रवाल, टीटू भारद्वाज, अरिहन्त जैन, संतोष जैन, श्यामचंद लोधी, अम्बुज अग्रवाल, राजीव, शिवम शर्मा, मटरू सिंह, कमल लोधी, विनोद राजपूत, दीपक सिंह आदि उपस्थित रहे।