दैनिक जीवन में हम तरल पदार्थों का सेवन अधिक करते हैं लेकिन उन सभी तरल पदार्थों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण कौन सा तरल पदार्थ है? आइए जानते हैं। हम सभी अपना मन पसंदीदा तरल पदार्थ हर दिन पीते हैं और हर किसी की दिनचर्या में चाय कॉफी, मिल्क शेक, जूस आदि तरल पदार्थ तो मौजूद होते ही हैं साथ ही हर तबके के हर इंसान के लिए मुफ्त में उपलब्ध होने वाला तरल पदार्थ है पानी।
पानी के क्या क्या गुणकारी फायदे हो सकते हैं आपको बताते हैं। आज के दौर में फास्ट फूड जंक फूड और ऑइली पदार्थों का सेवन करने के बाद जब हमारा फैट बढ़ जाता है तो उसे घटाने के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है पानी पीना। जिस तरह जॉगिंग करने से कैलोरी घटती है, उसी तरह पानी पीने से भी कैलोरी का स्तर नीचे गिरता है।
पानी की उचित मात्रा का सेवन करने से त्वचा में निखार बढ़ता है, साथ ही त्वचा बेदाग और मुलायम महसूस होती है। अलावा इसके पानी पीने से मेटाबॉलिज्म का स्तर तेजी से बढ़ता है जिससे शरीर में एनर्जी रहती है और शरीर फुर्तीला बना रहता है। खास तौर पर सुबह के वक्त पानी पीना अति आवश्यक है।
कहा जाता है कि मस्तिष्क के 75 से 85% हिस्से में पानी होता है जिसके चलते पानी पीने से मस्तिष्क की क्षमता और ऊर्जा तरोताजा बनी रहती है। खाना खाने के बीच पानी पीने से आप ज्यादा खाना खाकर मोटापे का शिकार नहीं हो पाते हैं क्योंकि आपके पेट का काफी हिस्सा पानी से ही भर चुका होता है। आपको बता दें कि जब शरीर में पानी का स्तर उचित रहता है तो यह आपके स्वास्थ्य और उम्र पर विशेष प्रभाव डालता है। साथ ही ह्रदय संबंधी विकार से बचने के लिए पानी कारगर सिद्ध होता है। शोध के मुताबिक माना जाता है कि प्रतिदिन 5 गिलास पानी 41% हार्ट अटैक की संभावना को घटा देता है।
वहीं ज्यादा पानी पीने से कुछ नुकसान भी हैं। दरअसल आपको बता दें कि शरीर को जैसे ही पानी की जरूरत होती है तो हमें प्यास लगती है, यह संकेत है कि हमारे शरीर को पानी की आवश्यकता है। पानी के फायदे को देखते हुए जबरदस्ती ज्यादा पानी न पिएं, उससे नुकसान भी हो सकते हैं लेकिन हां जब प्यास लगती है तब प्यास को न रोकें बल्कि तुरंत पानी का सेवन करें।
मेडिकल की भाषा में कहा जाता है कि ज्यादा पानी पीने की समस्या वैसे ही ओवरहाइड्रेशन होती है जैसे कम पानी पीने से डिहाइड्रेशन होता है। ओवरहाइड्रेशन और डीहाइड्रेशन दोनों ही समस्याओं में चक्कर आना उल्टी होना या फिर बेहोश हो जाना यह समस्याएं होना संभावित है। ओवर हाइड्रेशन एक ऐसी समस्या है जिसमें इंसान को ज्यादा पानी पीने की बीमारी हो जाती है। ज्यादा पानी पीने से महिलाओं को हार्मोंस में परेशानी हो सकती है। ब्लड प्रेशर हाई होने के साथ किडनी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए कहने का तात्पर्य यह है कि भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर प्यास को नकार देते हैं या फिर थोड़ी देर में पी लेंगे कह कर टाल देते हैं। इसलिए प्यास को न नकारें जैसे ही प्यास लगे तुरंत पानी का सेवन करें।
रिपोर्ट – आकांक्षा गुप्ता