आगरा। कोरोना संक्रमण के कारण बंद हुए ऐतिहासिक स्मारकों को लगभग पांच महीने बाद खोले जाने के निर्देश जारी होने के बाद भी पर्यटक मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार नही कर पाएंगे। ताजमहल के दीदार के लिए पर्यटकों को अभी और भी इंतजार करना होगा। गुरुवार को जिलाधिकारी पीएन सिंह ने 1 सितंबर से ऐतिहासिक स्मारकों को खोलने के आदेश जारी कर दिए लेकिन इस आदेश में ताजमहल व आगरा किला को बाहर रखा गया है। इस आदेश के बाद ताजमहल व आगरा फोर्ट को छोड़कर सभी ऐतिहासिक स्मारक खुलेंगे।
कोविड−19 महामारी की रोकथाम हेतु जिले के ताजमहल, आगरा किला सहित अन्य समस्त एतिहासिक स्मारकों को सुरक्षा की दृष्टि से ‘बफर जोन’ घोषित करते हुए पर्यटकों के लिए बंद किया गया था लेकिन अनलॉक होने के बाद शहर में कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगने और संक्रमिकों की सही होने की संख्या में इजाफा होने के बाद जिला अधिकारी ने गाइड लाइन के अनुसार ताजमहल एवं आगरा किला को छोड़कर अन्य स्मारकों को एक सितंबर से खाेलने के आदेश दे दिए हैं।
केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देशाें के बाद ताजमहल एवं आगरा किला को छोड़कर आगरा के अन्य स्मारकों को बफर जोन से बाहर करने के आदेश जिलाधिकारी पीएन सिंह ने दे दिए हैं।करीब पांच माह बाद आगरा के फतेहपुर सीकरी, एत्माद्दौला, सिकंदरा आदि स्मारक फिर से खुल सकेंगे लेकिन साप्ताहिक बंदी के दिनों में स्मारकों को भी बंद रखा जाएगा। स्मारकों में प्रवेश के लिए पर्यटकों को कोरोना वायरस प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा।