आगरा। भारतीय जनता पार्टी ने ‘‘जय श्रीराम‘‘ के नारे से अपने जान को खतरा बताने पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आडे़ हाथों लिया है। बृजक्षेत्र मीडिया सम्पर्क प्रमुख के के भारद्वाज ने कहा कि भाजपा का विरोध करते-करते अखिलेश यादव अब करोड़ों हिन्दूओं के अराध्य प्रभु राम के विरोध पर उतर आए हैं। पूर्व में सपा के कार्यकाल में ही सैकड़ों रामभक्तों के खून से सरयू को लाल कर देने वाली घटना आज भी देशवासियों के जेहन में मौजूद है। आपने ही अपने शासन काल में सदियों से अयोध्या में चली आ रही चौदह कोसी और पंचकोसी परिक्रमा पर प्रतिबंध लगा दिया था। वोट बैंक के लालच में आप भगवान श्रीराम के विरोध में खडे़ हो गए हैं।
बृजक्षेत्र मीडिया सम्पर्क ने कहा कि अल्पसंख्यकों को रिझाने के चक्कर में प्रत्येक हिन्दुस्तानियों के पूर्वज मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु राम के अपमान पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि जिस युवक के जय श्रीराम बोलने पर अखिलेश यादव ऊट-पंटाग बयान दे रहे है, उसे स्वयं उन्होंने आगे मंच के पास बुलाया था। बाद में अखिलेश यादव के ललकारने पर अराजक सपाइयों ने युवक की पिटाई भी की। पिटाई के आरोप से बचने के लिए अब अपनी जान पर खतरा जैसा हास्यास्पद आरोप लगाकर सनसनी फैलाना चाहते हैं।
भारद्वाज ने कहा कि अखिलेश यादव की सभाओं में जनता की भीड़ न जुटने से सपाई खेमे में खलबली है। इससे हताशा में प्रसिद्धि पाने के लिए सस्ते हथकण्डे अपना रहे है। एक तरफ जय श्रीराम बोलने पर सपाईयों को ललकार कर युवक को पिटवा रहे है, दूसरी तरफ मुस्लिमों को जेहादी बताकर भड़काने का काम कर रहे हैं। जाति-धर्म के नाम पर प्रदेश के माहौल को खराब करने की कोशिश करने वालों को मुंहकी खानी पड़ेगी। लोकतंत्र में जनता ही जर्नादन है और वह समाजवादी पार्टी की काली करतूतों की राजनीति का जवाब देगी।