आगरा। जल संस्थान की कार्यप्रणाली और उसके द्वारा वसूले जा रहे मनमाने टैक्स को लेकर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत जिला इकाई ने जल संस्थान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के पदाधिकारी और सदस्य आम उपभोक्ताओं के साथ वाटर वर्क्स स्थित जल संस्थान कार्यालय पहुंचे जहां पर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने जल संस्थान के अधिकारियों खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और जलकल जीएम आर एस यादव को ज्ञापन सौंपकर पहले सुविधाएं मुहैया कराने और फिर टैक्स वसूलने की मांग की।
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के जिला अध्यक्ष मुरारीलाल गोयल का कहना था कि जलकल के लिए आम नागरिक उसका ग्राहक है लेकिन जब विभाग अपने ग्राहक को किसी तरह की सुविधाएं नहीं दे सकता तो उससे टैक्स कैसे वसूला सकता है। पंचायत के जिला अध्यक्ष मुरारीलाल गोयल ने मांग उठाई की जल संस्थान पहले सभी को समय से पेयजल उपलब्ध कराएं, सीवर से संबंधित तमाम समस्याओं का समाधान करें तभी वह टैक्स की बात करें।
जलकल विभाग की ओर से पेयजल का टैक्स जमा करने के लिए 28 फरवरी तक एकमुश्त समाधान योजना लागू की है इस योजना में भी जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। बिल कम कराने के नाम पर लोगों से अवैध वसूली हो रही है और विभाग के आला अधिकारी मूकदर्शक बनकर यह तमाशा देख रहे हैं। इस दौरान अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने जलकल जी एम आर एस यादव को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई कि सभी जोन में कर वसूली एक समान की जाए। ओटीएस की अंतिम तिथि बढ़ाई जाए। लोहा मंडी जॉन के उपभोक्ताओं से एआरबी अतिरिक्त कर को वर्ष 2017-18 में लिया गया था उस कर को समायोजित किया जाए। वर्ष 2018-19 में भी सभी जोनों के उपभोक्ताओं से फाइनल एआरबी वार्षिक मूल्यांकन के आधार पर टैक्स वसूला जाए। उपभोक्ताओं से टैक्स वसूली में लूट व हेराफेरी करने वाले दोषी अधिकारी कर्मचारियों की जांच कर, कार्रवाई की जाए। सभी उपभोक्ताओं को समुचित व शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाए।
फिलहाल अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने साफ कर दिया है कि अगर जलकल ने इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो फिर उसके खिलाफ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।