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उग्रवादियों से लड़ते हुए आगरा का लाल हुआ शहीद, 3 जून को आ रहा था घर

by pawan sharma

आगरा। अरुणाचल में उग्रवादियों से लोहा लेते समय आगरा का लाल अमित शाहिद हो गया है। अमित की शहादत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मचा हुआ है तो अमित की शहादत की खबर मिलते ही बीसलपुर गांव के साथ आसपास के गांव में शोक की लहर दौड़ गयी है। हर कोई इस परिवार को ढांढस बंधाने के लिए पहुँच रहा है। बताया जाता है कि शाहिद अमित का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह तक गांव आएगा।

कागारौल थाना क्षेत्र के बीसलपुर गांव का लाल अमित शुक्रवार की रात अरुणाचल में उग्रवादियों से लोहा लेते समय शहीद हो गया है। बताया जाता है कि सेना की ओर से उग्रवादियों की सूचना मिलने पर सर्च आपरेशन चलाया जा रहा था इसी सर्च आपरेशन में अमित को उग्रवादियों की गोली लगी थी जिससे वो गंभीर रूप से घायल हुए थे और उन्होंने दम तोड़ दिया।

शहीद जवान अमित बीसलपुर निवासी रामवीर चतुर्वेदी जो सेना से रिटायर्ड सूबेदार हैं उनका बेटा है। इनके तीनों बेटे सुमित, अमित और अरुण सेना में हैं। तीनों में मझला बेटा अमित अप्रैल 2014 में सेना में भर्ती हुआ था। वह 17 पैरा फील्ड रेजीमेंट में थे। शहीद जवान अमित के परिजनों का कहना है कि शुक्रवार देर शाम अमित से फोन पर वार्ता हुई थी। उसने तीन जून को गांव आने के लिए रिजर्वेशन कराने की बात कही थी। अगली ही सुबह आगरा सेना मुख्यालय से फोन आया। उन्होंने बताया कि उग्रवादियों से लोहा लेते वक्त शुक्रवार रात जवान अमित शहीद हो गए हैं। उनके गोली लगी थी। यह सुनने के बाद पूरा परिवार टूट गया।

परिजनों का कहना है कि कुदरत का खेल तो देखिए अमित का जन्मदिवस तीन जून को है उसके जन्मदिवस को मनाने के लिए सारी तैयारी कर रखी थी लेकिन अब उसी दिन उसका पार्थिव शरीर घर पर आएगा।

लोगो ने बताया कि शहीद अमित अप्रैल में 10 दिन की छुट्टी पर घर आए थे तब उनकी सगाई हुई थी लेकिन शादी की तिथि तय नहीं की और एक मई को वे अरुणाचल प्रदेश चले गए। इस घटना ने दो परिवारों की खुशियों को छीन लिया है।

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