आगरा/लखनऊ। अंकों के लिए विद्यार्थी आगरा में लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। आगरा में किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा सुनवाई न करने के बाद आगरा से चार सौ किलोमीटर का सफर तय करके लखनऊ कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर जनता दरबार में गुहार लगाने पहुंचे।
अंकों के लिए विद्यार्थी आगरा में लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। आगरा में किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा सुनवाई न करने के बाद आगरा से चार सौ किलोमीटर का सफर तय करके लखनऊ कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर जनता दरबार में गुहार लगाने पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री दरबार में अपनी वेदना को रखा। छात्राएं अपनी व्यथा बताते बताते भावुक हो गईं। मुख्यमंत्री दरबार द्वारा उनको सात दिन में कार्यवाही का आश्वासन दिया गया
कोरोना महामारी के चलते यूपी बोर्ड ने सत्र 2020-21 में हाईस्कूल की परीक्षाएं नहीं कराई थीं। कक्षा-9 तथा हाई स्कूल की प्री बोर्ड लिखित परीक्षाओं के आधार पर विद्यार्थियों को अंक दिए गए थे लेकिन आगरा के एक ही विद्यालय के 128 विद्यार्थियों को अंक न देकर उनको कोरी मार्कशीट दे दी गईं। इन मार्कशीट में अंको के लिए विद्यार्थियों ने शिक्षा विभाग, प्रशासनिक अधिकारी, सांसद, विधायक तथा मंत्रियों से गुहार लगाई लेकिन किसी ने भी इनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया।
बोर्ड से पत्राचार किया गया तो बोर्ड द्वारा बताया गया कि जिन विद्यालयों ने बोर्ड को अंक भेजे थे, उनको अंक दे दिए गए हैं जिन्होंने अंक नहीं भेजे थे उनको सामान्य रूप से प्रमोट कर दिया गया। विद्यालय से संपर्क किया गया तो विद्यालय ने बताया कि उन्होंने बोर्ड को अंक भेजे हैं लेकिन विद्यार्थियों को अंक नहीं मिले।
अभिभावकों के साथ आए विद्यार्थी
मुख्यमंत्री दरबार में अंको की गुहार लगाने वाले विद्यार्थी आगरा से अपने अभिभावकों की साथ लखनऊ आए थे। छात्राओं की संख्या अधिक थी। छात्राओं का कहना था कि मुख्यमंत्री बेटियों के लिए मिशन शक्ति जैसी तमाम योजनाएं चला रहे हैं, इसी उम्मीद के साथ वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अंक मांगने लखनऊ आई हैं।
मेरिट से हमेशा के लिए हुए बाहर
आगरा से बच्चों के साथ आए अभिभावक नरेश पारस ने मुख्यमंत्री दरबार में बताया कि बिना अंको के इन बच्चों की कभी भी मेरिट नहीं बन पाएगी और यह हमेशा के लिए मेरिट सूची से बाहर हो जाएंगे। जबकि किसी भी महाविद्यालय में दाखिला अथवा सरकारी सेवा में जाने के लिए अंको के आधार पर मेरिट बनती है लेकिन अंक न होने के कारण विद्यार्थियों की कभी भी मेरिट नहीं बन पाएगी। नरेश पारस ने बताया कि आगरा में विद्यार्थियों द्वारा जिला मुख्यालय पर हस्ताक्षर अभियान ही चलाया गया। छात्राओं ने प्रशासनिक अफसर तथा विधायक से अंको की भीख भी मांगी थी।
आगरा से आने वाले विद्यार्थियों में रंजना, कल्पना, कोमल, खुशी, डौली, प्रियंका, कशिश,चीनी, दिव्या, विवेक, संजय, दिवाकर चंद्र, दीपेश, रोहित, अनिकेत, प्रिंस, अंकित, अभिषेक, गुलशन, मयंक, आदि मौजूद रहे। इसी दौरान अभिभावकों में कमला देवी, जगत कुमार, अनिता देवी, छैल बिहारी, राजकुमार, चंद्रभान, प्रवीण, दिनेश कुमार, विजय सिंह, जगदीश, रघुचंद, बबलू, अमर सिंह आदि शामिल रहे।