आगरा। बुर्के पर चल रही राजनीति थमने का नाम नही ले रही है। एक बार फिर आगरा मेयर नवीन जैन ने बुर्के को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि मुस्लिम समाज महिलाओं और युवतियों को धर्म के नाम पर जबरन बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया जा रहा है जो उनके साथ अन्याय है। इस समय हम सभी लोग 21 वी सदी में जी रहे है। जब हिंदुओ की लड़कियां बिना मुंह ढके और मन मुताबिक कपड़े पहनकर घर से बाहर जा सकती है तो मुश्लिम समाज की लड़कियां और महिलाएं क्यों नही जा सकती हैं। समय के साथ मुस्लिम समाज को भी बदलना होगा। शिक्षा का स्तर मुस्लिम समाज का बहुत खराब है लेकिन आज मुस्लिम समाज के बच्चे हर तरह की तालीम ले रहे हैं तो फिर पहनावा क्यों नही बदल सकता। महापौर नवीन जैन ने बुर्का पद्धति को महिलाओं और लड़कियों के लिए उत्पीड़न करार दिया है।
महापौर नवीन जैन ने कहा कि राजा महाराजा और देश पर दूसरे लोगों के शासन के दौरान शासक किसी भी सुंदर लड़की को देखकर अपने संग ले जाते थे। उस समय ऐसे शासकों से अपनी बच्चियों को बचाने के लिए बुर्का प्रथा शुरु हुई थी लेकिन आज 21वी सदी आ गयी है। देश व प्रदेश में कानून का राज है तो फिर बुर्का क्यों। महापौर नवीन जैन ने अपनी बात फिर दोहराई और कहा कि बुर्के की आड़ में अपराध और आतंकवादी घटनाये बढ़ रही है।
बुर्के को पाबंद किये जाने को लेकर चल रही राजीनीति पर महापौर नवीन जैन ने कहा कि मुस्लिम समाज के युवा और महिलाये एक बैठक बुलाये और उसमें तय करे कि उन्हें बुर्का पहनना है या नही। महापौर ने उम्मीद जताई कि अगर ऐसी बैठक होती है तो 21वीं सदी के मुस्लिम नौजवान ही खुद इस बुर्का पद्धति को बंद करने के लिए उठ खड़ा होगा।