Home » सींगना ट्रेड सेंटर पर बने कोविड अस्पताल का आगरा डीएम ने किया निरीक्षण, L1 श्रेणी के मरीज होंगे भर्ती

सींगना ट्रेड सेंटर पर बने कोविड अस्पताल का आगरा डीएम ने किया निरीक्षण, L1 श्रेणी के मरीज होंगे भर्ती

by admin
Agra DM inspected Kovid Hospital at Horna Trade Center, L1 category patients to be admitted

Agra. कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए बेड और ऑक्सिजन मिल सके, इलाज के अभाव में उनकी मौत न हो इसके लिए आगरा के जूता व्यापारियों ने एकजुट होकर आगरा फुटवियर मैन्यूफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैंबर (एफमेक) द्वारा सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में जिला प्रशासन और सेना के सहयोग से 300 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल तैयार किया है। इस अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद आज आगरा जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने हरी झंडी दे दी है। फिलहाल यहां L1 श्रेणी के कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा सकेगा।

आगरा में कोरोना संक्रमण की बेकाबू रफ्तार को देखते व मरीजों को इलाज न मिल पाने की समस्या के चलते एफमेक संस्था ने आगरा ट्रेड सेंटर, सींगना को अस्थायी अस्पताल में बदला है। इस अस्पताल में अभी 300 बेड होंगे जिसकी क्षमता बाद में बढ़ाकर 500 तक कर दी जाएगी। फिलहाल ट्रेड सेंटर में बेड तैयार हो गए है और ऑक्सीजन सप्लाई के लिए लाइन भी बिछा दी गई। इस अस्थाई अस्पताल में 20 बेड की ट्रायज इमरजेंसी, पांच बेड का आईसीयू, 50 बेड का एचडीयू और 225 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है।

आगरा जिला अधिकारी प्रभु नारायण सिंह टि्वटर हैंडल पर जानकारी देते हुए बताया कि ट्रेड सेंटर पर L1 श्रेणी के कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने और उसकी देखरेख करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की कोविड टीम तैयार हो चुकी है। शीघ्र ही यहां पर मरीजों की भर्ती की जाएगी।

यहाँ पर L1 और L2 श्रेणी के हिसाब से मरीज के लिए व्यवस्था की गई है। L1 में अगर मरीज का ऑक्सिजन लेवल 80 से ऊपर है तो दवाईयो से ही उसका ट्रीटमेंट किया जाएगा। अगर उसकी कंडीशन क्रिटिकल होती है और ऑक्सिजन लेबल ज्यादा कम है तो उसे L2 श्रेणी में रखकर उसका इलाज किया जाएगा। सीएमओ की तरफ से इस हॉस्पिटल के लिए 24 चिकित्सकों की टीम बनाई गई है जो यहां पर अपनी सेवाएं देंगे। एफमेक की ओर से भी यहां पर 15 चिकित्सक और 30 नर्स रहेंगी जो मरीजों की देखरेख करेंगे।

एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर के मुताबिक इस अस्थायी कोविड अस्पताल को सेना और आगरा प्रशसन की मदद से तैयार किया गया है। प्रशासन एफमेक का पूरा सहयोग कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक एसीएमओ की जिम्मेदारी भी यंहा लगाई गई है जो मरीजों की व्यवस्थाओं को देखेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि यह महिला और पुरुष मरीज दोनों के लिए अलग अलग कैम्पस है जहाँ उनके लिए इलाज हेतु बेड की व्यवस्था की गई है।

Related Articles