आगरा। उत्तर विधानसभा सीट के स्तंभ रहे भाजपा विधायक जगन प्रसाद गर्ग की 10 अप्रैल को हार्ट अटैक से मौत हो जाने के बाद उनकी यह सीट खाली हो गई है और इस सीट पर छह महीने में उप चुनाव होना था, ऐसे में चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के साथ ही आगरा की उत्तरी विधानसभा सीट पर उप चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है और उससे संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री एल0 वेंकटेश्वर लू ने बताया कि दिनांक 27 मई, 2019 तक 89-आगरा, उत्तर प्रदेश विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के उप निर्वाचन-2019 निर्वाचन पूर्ण करा लिया जायेगा। जिसके लिए चुनाव कार्यक्रम जारी काट दिया है।
निर्वाचन की अधिसूचना दिनांक 22 अप्रैल, 2019 (सोमवार),
नामांकन की अंतिम तिथि 29 अप्रैल, 2019 (सोमवार),
नामांकन पत्रों की जांच 30 अप्रैल, 2019 (मंगलवार),
नाम वापसी की अंतिम तिथि 02 मई, 2019 (बृहस्पतिवार),
मतदान 19 मई, 2019 (रविवार) है।
आगरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सीट आगरा उत्तर पर राजनीति शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक जगन प्रसाद गर्ग के देहावसान के बाद रिक्त हुई आगरा उत्तर सीट पर मतदान 19 मई, 2019 को होगा। चुनाव आयोग द्वारा जारी कार्यक्रमों के बाद राजनीतिक दलों में खलबली है। वे तो सोच रहे थे कि छह माह बाद चुनाव होगा। अचानक ही चुनाव कार्यक्रम आ जाने से सभी दलों ने अपनी अपनी गोटियां बैठाना शुरु कर दिया है। सबसे ज्यादा रोमांच तो भाजपा में देखने को मिलेगा क्योकि इस सीट पर भाजपा का दबदबा रहा है। देखना तो यह है कि पांच बार के इस सीट से पार्टी में निर्विरोध रहकर चुनाव जीतने वाले जगन प्रसाद गर्ग की विरासत को कौन संभालेगा और पार्टी किस भाजपाई पर दांव लगाती है।
आगरा उत्तरी विधानसभा सीट पर वैश्य समाज का दबदबा रहा है क्योंकि इस सीट को वैश्य बाहुल्य बताया जाता है। भाजपा से इस सीट की टिकट के लिए सर्वाधिक मारामारी है। क्योंकि इस सीट पर प्रत्याशी को ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ती है। इस क्षेत्र में भाजपा के सर्वाधिक वोटर है। चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद अब लोगों ने अपने आकाओं से सीट के लिए संपर्क और परिक्रमा करना शुरु कर दिया है।