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विधायक के बाद अब सांसद राजकुमार चाहर के लापता पोस्टर लेकर मुखर हुए लोग, मंत्री को भी घेरा

by admin
After the MLA, now people became vocal with the missing poster of MP Rajkumar Chahar, surrounded the minister

Agra. विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के जनप्रतिनिधि जल्द ही भाजपा की आशीर्वाद योजना को लेकर मतदाताओं के बीच जाने वाले हैं। इस योजना के तहत भाजपा के जनप्रतिनिधि और मंत्री मतदाताओं के बीच जाकर भाजपा सरकार द्वारा कराया गया विकास कार्य, कोरोना संक्रमण के दौरान की गई कवायदें व अन्य भाजपा की जनहित योजनाओं को मतदाताओं के सामने रख उन्हें पार्टी से जोड़ने का प्रयास करेंगे लेकिन भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्र में किस तरह का विकास किया है। इसकी पोल लगातार 2 दिन हुई बारिश ने खोल दी है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें जलमग्न है और मतदाता हाथों में कभी विधायक तो कभी सांसद लापता के पोस्टर लेकर उन्हें ढूंढने को मजबूर हैं

यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा सांसदों से अपेक्षा है कि वे जनता की उम्मीदों पर खरे उतरें मगर उन्हीं के सांसद अपने ही प्रधानमंत्री की मंशा पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यही वजह है कि जलमग्न सड़क के निर्माण को लेकर गांव के युवाओं ने विरोध प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार कर लिया। अब स्थानीय निवासी लापता सांसद की तलाश में जुटे हैं।

लापता सांसद की तलाश का ये मामला आगरा की तहसील किरावली के गांव मसेल्या का है। फतेहपुर सीकरी से भाजपा सांसद और किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर के जिम्मे है इस क्षेत्र का विकास। मसेल्या गांव के लोगों का दर्द है कि जीतने के बाद से सांसद ने पलट कर भी नहीं देखा है। हैरानी वाली बात तो यह है कि विकास की राह देख रहा यह गांव उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह के विधानसभा क्षेत्र में आता है। बावजूद ये गांव सांसद औऱ राज्यमंत्री की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं।

मसेल्या गांव की करीब 2.5 किमी लंबी यह सड़क एक मात्र संपर्क सड़क है। गड्ढे में समाई यह सड़क जलमग्न रहती है। इस वजह से गांव के बीमार महिला पुरुषों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यही नहीं पिछले 20 साल से यहां के ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग उठा रहे हैं मगर सत्तासीनों को जनता के दुख-दर्द से कोई सरोकार नजर नहीं आ रहा है। हालांकि ग्रामीणों ने सड़क ना बनने की स्थिति में सांसद, राज्यमंत्री की नींद हराम करने का एलान कर रखा है।

इस विरोध प्रदर्शन के बीच अगर भाजपा के जनप्रतिनिधि कहीं इस गांव में आशीर्वाद अभियान के तहत पहुंचे तो जनप्रतिनिधियों का क्या हाल होगा यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।

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