Home » कांग्रेस पार्टी से निष्काषित कार्यकर्ताओं ने की प्रेस वार्ता, कहा – पार्टी में दलालों के कॉकस सक्रिय

कांग्रेस पार्टी से निष्काषित कार्यकर्ताओं ने की प्रेस वार्ता, कहा – पार्टी में दलालों के कॉकस सक्रिय

by admin

आगरा। मेरे खून में कांग्रेस का कैंसर है, कोई उस कैंसर को निकाल कर दिखाए जरा, तो जाने, कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए वरिष्ठ कांग्रेसियों के सम्मान के लिए आवाज उठाना गुनाह है तो यह गुनाह हर बार होगा, ऐसे ही तमाम तीखी प्रतिक्रिया शुक्रवार को कांग्रेस से अभी हाल में निष्कासित और अन्य कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित प्रेसवार्ता में सुनने को मिली।

शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेस जन संघर्ष समिति की ओर से प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया था। यह प्रेसवार्ता प्रदेश हाई कमान की ओर से अभी हाल में किये गए वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के निष्कासन को लेकर थी। प्रेसवार्ता के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस जन संघर्ष समिति के सदस्यों ने अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं दी। उनका कहना था कि इस समय दलालों के कॉकस पार्टी में काम कर रहा है। उन्ही दलालों ने पार्टी हाई कमान को गुमराह किया कि कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस संगठन के समांतर कांग्रेस चलाने का प्रयास कर रहे हैं। हाई कमान ने भी बिना सोचे समझे पार्टी से जुड़े जमीनी कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया जो गलत है। इस प्रेसवार्ता के माध्यम से वरिष्ठ कांग्रेसियों ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच करा ली जाए जिससे पता लग सके कि आखिरकार निष्कासित कार्यकर्ता किस नियत से काम कर रहे थे। सभी ने एक स्वर में निष्कासन को वापस लेने की मांग की और ऐसा न होने पर साफ कहा कि मेरे खून में कांग्रेस का कैंसर है जरा इसे भी निकाल दो।

प्रेसवार्ता के दौरान मौजूद वरिष्ठ कांग्रेसी गोविंद अग्रवाल का कहना था कि मैं दो बार विधायक का चुनाव कांग्रेस से लड़ा, हमारे पूर्वज कांग्रेस पार्टी की सेवा करते हुए आये हैं। कांग्रेस हमारे खून में है। जमीनी कार्यकर्ता का इस तरह निष्कासन ठीक नही है। हाई कमान इस पर विचार करे और निष्कासन वापस ले।

निष्कासित नेता हाजी जमीलुद्दीन का कहना था कि आज दलालों के कॉकस पार्टी में चल रहा है। इसलिए ऐसे लोगों को पार्टी में दायित्व सौंपे जा रहे है जिनकी विचारधारा कांग्रेस से अलग रही है जो आज से पहले विभिन्न पार्टियों में रहकर कांग्रेस को गाली देते रहे। आज उन्ही के कहने पर पार्टी से जमीनी कार्यकर्ता को दूर करके पार्टी को कमजोर किया जा रहा है। दलालों के कॉकस ने हाई कमान से कहा कि हम कांग्रेस के समांतर पार्टी संगठन चला रहे हैं। जबकि ऐसा नही है। वरिष्ठ कंग्रेसियो की उपेक्षा होने पर उनको सम्मान दिलाने का प्रयास किया गया था।

वरिष्ठ कांग्रेस जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष अरविंद दौनेरिया का कहना था कि इस समिति के माध्यम से जो वरिष्ठ कांग्रेसी उपेक्षा होने के कारण घर बैठ गए थे उन्हें जगाने का काम किया जा रहा था। मेरे पिता खुद विधायक रहे, स्वतंत्रता आंदोलन में पूर्वजो की सहभागिता रही और आज पूरा परिवार कांग्रेस के लिए समर्पित है। अरविंद दौनेरिया का कहना है कि इस मामले को लेकर वो कानून का दरवाजा खटखटाएंगे।

नदीम नूर का कहना था कि हाई कमान कहता है कि 50 साल की उम्र के बाद किसी को दायित्व या पद नही दिए जाएंगे तो अखिल भारतीय कांग्रेस में न जाने कितने कांग्रेसी ऐसे है जो संगठन के विभिन्न पदों पर हैं। अगर ऐसा ही है तो क्या कांग्रेस का यह कानून सिर्फ कार्यकर्त्ताओं के लिए ही है। अगर इसके खिलाफ आवाज उठाना गुनाह है तो यह गुनाह वो बार बार करने को तैयार है।

Related Articles