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टीबी रोग से बचाव के लिए एसीएफ अभियान का शुभारंभ, निकली जन जागरूकता रैली

by admin
  • डीटीओ ने एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान का शुभारम्भ किया
  • जिले में टीबी रोग से बचाव के प्रति 15 प्रचार वाहन आमजन को करेंगे जागरूक
  • 23 नवंबर से पांच दिसंबर तक चलेगा अभियान होगी टीबी मरीजों की खोज

आगरा. 23 नवम्बर 2023। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने और आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से “एक्टिव केस फाइंडिंग” अभियान का शुभारंभ हुआ। बृहस्पतिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर से जन जागरूकता रैली और प्रचार वाहन को जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. सुखेश गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान रैली में शामिल विभाग के अधिकारियों व स्वास्थ्य कर्मियों और सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित टीबी चैंपियन ने टीबी मुक्त भारत के के लिए जागरूकता परक नारे लगाए।

जिला क्षय रोग अधिकारी गुप्ता ने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान को निधारित समयावधि में कुल दस दिनों तक चलाया जाना है। अभियान में 11.1 लाख की आबादी में खोजे जाएंगे टीबी मरीज, अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर संभावित क्षय रोग के लक्षण वाले मरीजों की पहचान करेंगी। निक्षय पोर्टल पर दस हजार टीबी के रोगी दर्ज हैं, जो उपचाराधीन हैं। फिर भी काफी मरीज अब भी जागरूकता के अभाव में स्वास्थ्य विभाग से संपर्क नहीं करते हैं और अपनी बीमारी को छिपाने का प्रयास करते हैं। ऐसे रोगियों को तलाश करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार, चिन्हित समूहों, ईंट भट्ठे, साप्ताहिक बाजारों आदि में संभावित क्षय रोगियों की तलाश स्वास्थ्य कर्मी करेंगे। अभियान में जिले की जनसंख्या की 20 प्रतिशत हाई रिस्क वाली आबादी में मरीजों को तलाश कर उनका उपचार किया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान को सफल बनाने के लिए सभी के साथ की आवश्यकता है। अभियान के दौरान अगर आपको लगातार दो हफ्तों से ज्यादा खांसी, खांसी के साथ खून का आना, छाती में दर्द और सांस का फूलना, वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस करना, शाम को बुखार आना और ठंड लगना जैसे लक्षण हैं तो टीम को जानकारी दें और अपनी जांच अवश्य करवाएं। टीबी के लक्षणों जैसे मिलते-जुलते लक्षण वाले व्यक्ति संज्ञान में आए तो उन्हें तुरंत स्वास्थ्य विभाग और एसीएफ अभियान की टीम से संपर्क करने की सलाह दे साथ ही उन्हें जांच करने के लिए प्रेरित करें। अभियान के दौरान आपके स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित एसीएफ अभियान की टीम आपके घर जानकारी लेने के लिए पहुंचेगी सही जानकारी प्राप्त कराकर आप टीम का सहयोग करें जिससे आगरा को हम सब टीबी मुक्त बनाने में सफल हो पाएंगे। उन्होंने ने बताया कि क्षय रोग माइक्रोबैक्टीरिया, ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु के संक्रमण के कारण होता है। यह रोग मुख्यतः फेफड़े में होता है, लेकिन शरीर के अन्य अंगो जैसे दिमाग, हड्डी , ग्रन्थियों व आंत में भी हो सकता है।

जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद कुमार यादव ने बताया कि एसीएफ अभियान के पहले दिन 373 टीमों द्वारा 731 संदिग्ध टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 339 लोगों के बलगम नमूने जांच के लिए गए।

रैली में प्रतिभा के दौरान टीबी चैंपियन नेहा ने बताया कि आज खंदारी में चल रही ऐस टीम को मेरे द्वारा सहयोग किया गया जिसमें मेरा उद्देश्य यह रहा कि टीम को ग्राउंड स्तर की सही जानकारी प्राप्त हो साथ ही मेरे द्वारा 50 लोगों की काउंसलिंग भी की गई।

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