आगरा। अखिल भारती विद्यार्थी परिषद की SEIL यात्रा आगरा में पधार चुकी है। दरअसल सील यात्रा (SEIL) एक अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन की राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा है जिसका उद्देश्य भिन्न भिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत एवं भाषा शैली आदि को समझना है।
सील यात्रा मेघालय, असम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड एवं सिक्किम के 32 कार्यकर्ताओं की पद यात्रा सेंट जोन्स चौराहे से शुरू होकर आगरा कॉलेज परिसर पर संपन्न हुई। जहाँ समस्त कार्यकर्ताओं द्वारा अतिथि विद्यार्थियों का स्वागत पुष्प वर्षा एवं ढोल नगाड़ों के साथ किया गया। आगरा कॉलेज में एनसीसी कैडेट्स के द्वारा सलामी दी गई। तत्पश्चात कॉलेज के प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला, डॉ संध्या अग्रवाल, डॉ अमिता सरकार, डॉ रमा, डॉ रविशंकर, डॉ नीरज शर्मा ने पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया और उनका परिचय लिया।
दल प्रमुख विपुल राभा ने बताया कि आगरा में यहाँ के कार्यकर्ताओं का अपनत्व भावुक कर देने वाला है। आज आगरा कॉलेज में विद्यार्थियों ने जो स्वागत किया और उनसे बात चीत हुई तो लगा ही नहीं कि वे हमसे अलग हैं या हम यहाँ अतिथि हैं। वास्तव में ब्रजभूमि अपनी अतिथि देवो भव: के कथन को चरितार्थ कर रही है।
क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज नीखरा ने बतायल अभाविप की SEIL रुपी सकारात्मक पहल अत्यंत सुखद अनुभवों के साथ प्रतिवर्ष आती है। इस वर्ष भी 32 साथी विभिन्न राज्यों से ब्रज भूमि आगरा महानगर में पधारे हैं। आज प्रशासनिक अधिकारीयों के साथ भी उन्होंने चर्चा की है। हम अपना शत प्रतिशत दे रहे हैं कि वे हमारे राज्य की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को समझें एवं आगरा से अनंत मधुर स्म्रतियां लेकर लौटें।
इसी भ्रमण क्रम में दोपहर के समय प्रबुद्ध विद्यार्थियों की चर्चा बैठक आगरा के प्रशासनिक अधिकारीयों के साथ संपन्न हुई। सभी ने अपने राज्यों के एवं अनुभव साझा किये। अंततः SEIL विद्यार्थियों ने प्रेम की निशानी ताजमहल का भ्रमण किया एवं उससे जुड़े इतिहास को जाना।
ज़ोरम यागम ने जब ताजमहल देखा तो उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। दुनिया के इस अजूबे को देख कर बरबस उनके मुंह से यही शब्द निकले ‘वाह ताज’।
बताते चलें कि एबीवीपी द्वारा 1966 से प्रारंभ किये गए इस महत्वाकांक्षी आयाम का उद्देश्य उत्तर पूर्वी राज्यों के आए कार्यकर्ताओं हमारी संस्कृति एवं इतिहास का बोध कराना तो है ही, लेकिन साथ ही इससे राज्यों के बीच की सीमाएं एवं क्षेत्रवाद की भावना का भी विघटन होता है | यह यत्र सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए एक अद्वितीय पहल है जिससे कि अन्य राज्यों के छात्र हमारी और हम उनकी संस्कृति एवं संघर्ष को समझ सकते हैं।
कार्यक्रम में प्रांत संगठन मंत्री मनीष राय, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ बी के अग्रवाल, यात्रा संयोजक शुभम कश्यप, सिद्धार्थ उपाध्याय तान्या सिंह, कर्मवीर बघेल, पुनीत कुमार, सुब्रत हरदेनिया, सुमित शर्मा, उमंग तिवारी, अजीत पिप्पल, अमित चौधरी आदि मौजूद रहे।