Agra. कमला नगर थाना क्षेत्र के सेंट्रल बैंक रोड स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में हुई करोड़ों की डकैती में शामिल दो बदमाशों के मुठभेड़ में ढेर हो जाने के बाद अन्य बदमाश खौफ में हैं। पुलिस फरार बदमाशों की धरपकड़ के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। लगातार दबिशों की सूचनाओं ने बदमाशों के भी होश उड़ा रखे हैं। इसी खौफ के कारण एक खौफजदा बदमाश ने बुधवार को कमला नगर थाने में खुद ही सरेंडर कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि डकैती के दौरान वह गोल्ड लोन कंपनी के बाहर पार्क में बैठकर निगरानी कर रहा था। पुलिस को पूछताछ में एक और नई जानकारी प्राप्त हुई है। सरेंडर करने वाले बदमाश ने बताया कि इस डकैती में 6 नहीं बल्कि 7 लोग शामिल थे। एक नए युवक का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने अपनी धरपकड़ को और भी तेज कर दिया है। इस पूरे मामले की जानकारी खुद आईजी रेंज नवीन अरोरा ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।
आपको बताते चले कि कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में शनिवार को दिनदहाड़े बदमाशों ने डकैती डाली थी। बदमाशों ने बंदूक की नोंक पर करोड़ों रुपये के सोने के गहने और छह लाख रुपये लूट लिए थे। इस वारदात के बाद ही पुलिस ने 2 घंटे के अंदर इस डकैती में शामिल दो बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। जिनकी शिनाख्त फीरोजाबाद के जैन नगर निवासी मनीष पांडेय और मटसेना थाना क्षेत्र के कनेटा निवासी निर्दोष कुमार के रूप में हुई थी।
इस पूरी डकैती का ताना बाना फीरोजाबाद शातिर बदमाश नरेंद्र उर्फ लाला ने बुना था। आगरा पुलिस की ओर से स्वराज बदमाशों पर 25- ₹25000 का इनाम घोषित कर दिया था और इस डकैती के सरगना नरेंद्र उर्फ लाला पर ₹1 लाख का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस लाला और उसके साथियों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। मगर एक भी पुलिस के हाथ नहीं आया।
आईजी रेंज नवीन अरोड़ा के मुताबिक बुधवार को दोपहर 2.15 बजे एक बदमाश कमला नगर थाने खुद पहुँचा। उसने पुलिस से कहा कि वह मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में हुई डकैती में शामिल था। बदमाश ने अपना नाम फीरोजाबाद के मटसेना में कनेटा का रहने वाला प्रभात शर्मा बताया। उसने बताया कि घटना के समय वह गोल्ड लोन कंपनी की शाखा के बाहर पार्क में बैठकर निगरानी कर रहा था। पुलिस एनकाउंटर से भयभीत होकर पुलिस के सामने समर्पण करने आया है। इस पर तुरंत उसे हिरासत में ले लिया गया।
आरोपित ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि डकैती में नरेंद्र उर्फ लाला, रेनू पंडित उर्फ अभिनाश मिश्रा, संतोष जाटव, अंशुल सोलंकी, मनीष पांडेय, निर्दोष प्रजापति साथ थे। अब तक पुलिस के सामने संतोष जाटव का नाम नहीं आया था। पुलिस छह बदमाश घटना में शामिल मान रही थी। जबकि प्रभात शर्मा के अनुसार घटना में सात बदमाश शामिल थे। सीसीटीवी कैमरे दिखाकर पुलिस ने उससे सभी की पहचान भी करा ली है। अब अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही है।
आईजी जोन नवीन अरोरा ने बताया कि बदमाशों के निशाने पर मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी ही थी। इसके लिए उन्होंने कई दिनों तक आगरा में स्थित मणिपुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी की शाखाओं की रेकी की थी लेकिन कमला नगर स्थित ब्रांच की रेकी में इस शाखा में वारदात आसानी से होने की चीजें इन्हें दिखी जिसके बाद उन्होंने मिलकर प्लान बनाया और फिर इस शाखा में डकैती की वारदात को अंजाम दिया। डकैती के बाद वे इस शाखा में अंदर गए जिसमें से 4 लोगों पर पिस्टल थी। गोल्ड और कैश लेने के बाद कभी अपने अपने रास्ते निकल गए। लेकिन पुलिस की तत्परता के चलते मुठभेड़ में दो बदमाश ढेर हो गए।
आईजी रेंज नवीन अरोड़ा ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि प्रभात एनकाउंटर में मारे गए निर्दोष का दोस्त था और उसी के माध्यम से उसकी पहचान मनीष से हुई थी। पूछताछ में पता चला है कि पिछले दिनों नोएडा में भी मणिपुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी की एक शाखा की इन्होंने रेकी थी लेकिन वहां यह डकैती की वारदात को अंजाम नहीं दे पाए थे।