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महारास में दिखी धर्म संस्कृति और कला की झलक

by pawan sharma
  • श्री बांके बिहारी एजुकेशन सोसाइटी के बैनर तले महारास (भक्तिमय डांडिया नाइट) में कृष्ण भक्ति में डूबे दर्शक
  • शहरवासियों के जहन में लंबे समय तक बनी रहेगी अमिट छाप, अगले साल फिर मिलेंगे का वायदा करके गए श्रदालु

आगरा। श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी के बैनर तले शरद पूर्णिमा को ‘महारास आध्यात्मिक डांडिया नाइट’ का आयोजन सांई गार्डन खदारी पर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रिज के आध्यात्मिक देवता श्री बांके बिहारी लाल जू की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर अतिथियों ने किया। गणेश वंदना के साथ दर्शकों से खचाखच भरा सांई गार्डन राधा कृष्ण की रस महिमा में डूब गया। शरद पूर्णिमा पर आयोजित कार्यक्रम मनोरंजन के साथ आध्यात्मिकता के रस से देर रात तक सराबोर करता रहा।

भक्तिमय डांडिया नाइट में बॉलीवुड एक्ट्रेस प्राची पाठक और अभिनेता राकेश मुदगल ने अपनी उपस्थिति से समां बांध दिया। सेलिब्रिटी एंकर संजना मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया। डी.जे.जॉकी सेहरा और अनिल मोही संगीत की धुनों पर सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया, जबकि प्रसिद्ध बैंड अपूर्वराग अपनी प्रस्तुति से माहौल को संगीतमय बना दिया। इस मौके पर डांडिया डांसर नीलम पटेल और अतुल ने भी अपनी खास प्रस्तुति दी।

इनकी रही भूमिका
गौतम इवेंट एंड डेकोरेटर के सहयोग (वेन्यू पार्टनर) से आयोजित कार्यक्रम का संचालन मुकेश गौतम, संपूर्ण देखरेख शादी इवेंट के सीपी शर्मा की ओर से की गई, जबकि आउटडोर मीडिया पार्टनर फैजानउद्दीन मीडिया डिस्प्ले का प्रबंधन रिंकेश अग्रवाल बालाजी प्रॉपर्टी, डॉ अरुण शर्मा मोशन अकैडमी, प्रकाश मंगल, रमेश श्रीवास्तव, नितेश शर्मा, विकास भारद्वाज, विपिन राठौर, प्रदीप मंगल, संतोष गहलोत, शैलेंद्र कुमार शर्मा, डॉ योगेश बिंदल, शेखर उपाध्याय, भूपेंद्र सारस्वत, दिव्या मलिक का विशेष सहयोग रहा।

महारास की महिमा
महारास एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो भगवान श्रीकृष्ण और गोपियों के प्रेम और मिलन का प्रतीक है। इसका धार्मिक महत्व अत्यधिक गहरा है, जिसमें परमात्मा और जीवात्मा का मिलन दर्शाया गया है। ब्रज भूमि के कण-कण में बसे भगवान श्रीकृष्ण की लीला, महारास, वह दिव्य अनुभव है, जिसे सुनने और अनुभव करने से भक्तों को भगवान के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी अध्यक्ष डॉ मदन मोहन शर्मा ने बताया शरद पूर्णिमा पर जो चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है उसी अमृत रस को ब्रजभूमि पर उतारने का प्रयास किया गया है। इस तरह की आयोजन युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति सभ्यता और संस्कार से रूबरू कराते हैं।

यह महारास का नाम लिया डांडिया नाइट निश्चित रूप से आगरा के लोगों के लिए यादगार अनुभव रहा, जिसकी अमिट छाप लोगों के जहन में लंबे समय तक बसी रहेगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रो एस पी सिंह बघेल, बी एस एन एल महाप्रबंधक कमल सिंह, प्राचीन कैलाश मंदिर महंत गौरव गिरी, डॉ मदन मोहन शर्मा, शैलेंद्र शर्मा, डॉ रमेश श्रीवास्तव, नितेश शर्मा, विकास भारद्वाज, विपिन राठौर, प्रदीप मंगल, संतोष गहलोत, अवनीश वर्मा, तुषार चैहान, डॉ भोज कुमार शर्मा, रजत सारस्वत, अनुज मिश्रा, सोनिया मल्होत्रा, रमन शर्मा, स्वाति सिंह आदि उपस्थित रहे।

भूपेंद्र बृजवासी के भजनों पर झूमे श्रोता
साईं गार्डन में आयोजित महारास कार्यक्रम की शुरुआत भजनों के साथ हुई। जिसमें सुप्रसिद्ध गायक भूपेंद्र बृजवासी ने सबसे पहले गणेश वंदना और राधा नाम संकीर्तन प्रस्तुत किया। उनके भजनों से भक्तिमय वातावरण बना, इसके बाद ब्रज का महारास आरंभ हुआ। भूपेंद्र बृजवासी के साथ उनके परिवार के सदस्य प्रिंस बृजवासी और लाडला बृजवासी ने भी अपनी संगत दी, जिससे कार्यक्रम में और भी अधिक उत्साह और भक्ति की भावना जागृत हुई। आगरा के भजन गायक श्रेयांश गहलोत ने समा बांध दिया। मथुरा के इस विशेष धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और महारास की दिव्य लीलाओं का आनंद लिया।

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