आगरा। सिख धर्म के तीसरे गुरु, गुरु अमर दास जी महाराज का पावन प्रकाश पर्व स्थानीय ऐतिहासिक गुरुद्वारा माईथान में समूह गुरु नानक नाम लेवा संगत ने बहुत ही उत्साह, प्यार, श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया। सुखमनी सेवा सभा (महिला विंग) की ओर से आयोजित इस भव्य कीर्तन दरबार में वीर महेंद्र पाल सिंह ने अपनी मधुर स्वर लहरियों से गुरबाणी का गायन कर सभी का मन मोह लिया। उन्होंने सर्वप्रथम ‘भले अमर दास गुण तेरे तेरी उपमा तोहे बन आवै’ का गायन किया और बताया कि हो सकता है बादल से गिरी बूंदों की गिनती कोई कर ले, बसंत में खिले फूलों की कोई गिनती कर ले, चांद सूरज की किरणों का भी कोई अंदाजा लगा ले, समुद्र की गहराई भी कोई नाप ले गंगा की लहरें भी कोई अपने ज्ञान द्वारा जान ले लेकिन धन गुरु अमर दास पातशाह जी आपकी उपमा, आपका ज्ञान, आपकी निम्रता व सादगी, आपके द्वारा किया गया।
परोपकार, सर्वधर्म सांझीवालता का पावन संदेश व आपकी सेवा व सिमरन आदि अनगिनत गुणो का बखान उनकी गिनती कोई नहीं कर सकता आपकी कितनी उपमा है कितनी महिमा है यह आप स्वयं ही जानते हैं। नम्रता के पूंज, धीरज के दाते, प्रभु के हुक्म में रहने वाले और सरबसांझीवालता का उपदेश सारी मानवता को देने वाले संगत और पंगत की प्रथा चलाने वाले सेवा के पूंज गुरु अमरदास पातशाह जी को समूह संगत ने श्रद्धापूर्वक नमन किया। सर्वप्रथम समूह स्त्री जत्थे ने बड़ी श्रद्धा व प्यार से सुखमनी साहिब जी का पाठ किया उपरांत वीर महेंद्र पाल सिंह जी ने एक के बाद एक कई शब्दों का गायन कर सारे माहौल को भक्ति मय बना दिया। उन्होंने कहा सत्संग का मतलब होता है हमारे जीवन में कुछ ना कुछ बदलाव आए अपना कोई ना कोई अवगुण अपना पाप अपने गुरु को अर्पित करना है और गुरु दर से कोई ना कोई गुरु की मति धारण करके जाना है ताकि हमारी संगत करनी सफल हो जाए।
इस अवसर पर गुरुद्वारा माईथान के प्रमुख सेवादार कंवलजीत सिंह, ग्रंथि कुलविंदर सिंह,गुरु सेवक श्याम भोजवानी, गुरमीत सिंह सेठी, रिंकू गुलाटी, दलजीत सिंह, अरविंद सिंह पप्पी, रछपाल सिंह, अशोक अरोड़ा, हरजिंदर सिंह, गुरमुख व्यानी और साथ ही स्त्री जत्थे में बहन रानी सिंह, बहन अवनीत कौर, जसप्रीत गुलाटी, चांदनी भोजवानी, अरुणा सचदेव, हरजीत कौर, मोना मखीजा, पायल दुल्हानी, रोजी आहूजा, हरलीन कौर, अंकिता सिमरन लालवानी, किरण खेड़ा कंचन ध्यानी, गुरमीत कौर आदि विशिष्ट जनों की उपस्थिती रही। कार्यक्रम के अंत में गुरु महाराज के अटूट लंगर का वितरण हुआ जिसे सभी ने बड़े प्रेम प्यार व श्रद्धा व उल्लास के साथ ग्रहण किया। कार्यक्रम के अंत में ज्ञानी कुलविंदर सिंह, अवनीत कौर व जसप्रीत गुलाटी, रेनू आहूजा ने सभी का धन्यवाद किया