आगरा। यूरोपीयन इन्वेस्टमेंट बैंक (ईआईबी) के उपाध्यक्ष क्रिस पीटर्स ने 4 सदस्यीय टीम के साथ आगरा मेट्रो रेल परियोजना का निरीक्षण और मूल्यांकन करने के लिए दौरा किया। यह परियोजना यूपीएमआरसीएल के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार के नेतृत्व में क्रियान्वित की जा रही है।
पिछले साल भी ईआईबी के निवेश अधिकारियों की एक टीम ने यूपीएमआरसी के सभी मेट्रो परियोजनाओं का दौरा किया था और आगरा मेट्रो परियोजना की प्रगति व सख्त समय सीमा के अंदर हो रहे कार्य के विकास से बेहद प्रभावित हुए थे।
क्रिस पीटर्स ने आज टीम के सदस्यों के साथ ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन, आगरा मेट्रो डिपो और आगरा फोर्ट मेट्रो स्टेशन (अंडरग्राउंड) का दौरा और निरीक्षण किया। यूरोपीयन इंवेस्टमेंट बैंक के उपाध्यक्ष क्रिस पीटर्स ने कहा कि, “यूरोपीय संघ के बैंक के रूप में यूरोपीयन इंवेस्टमेंट बैंक (ईआईबी) को इस परियोजना में अपने योगदान पर गर्व है। क्योंकि इससे ऐतिहासिक शहर आगरा के नागरिकों और पर्यटकों के लिए यात्रा आसान हो जाएगी, उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा, साथ ही भारत को भी अपने जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में मदद मिलेगी।
उपाध्यक्ष पीटर्स ने कहा, “पूरी तरह बन जाने पर, ईआईबी के सहयोग से निर्मित आगरा मेट्रो रेल आगरा शहर में रहने वाले 20 लाख से अधिक लोगों को यात्रा की सुविधा प्रदान करेगी। सतत् विकास के दृष्टिकोण पर आधारित ईआईबी के द्वारा कुल €450 मिलियन यूरो ऋण का यह निवेश शहर में हवा की गुणवत्ता में सुधार और पर्यावरण की रक्षा करते हुए कार्यालयों, अस्पतालों, शिक्षा संस्थानों और बाजारों तक सुगम, सुलभ और किफायती पहुंच संभव बनाता है। यह इसका भी उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और स्थानीय जानकारी लोगों और व्यवसायों के लिए ठोस सुधार ला सकती है तथा जलवायु कार्रवाई और पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान कर सकती है। इस तरह की परियोजनाओं के माध्यम से यूरोप और भारत के बीच सहयोग को बढ़ते हुए देखकर मुझे बहुत गर्व है।’’
आगरा शहर में मेट्रो प्रणाली का लाभ-
मेट्रो परियोजनाएं प्रभावी, कुशल और गुणवत्तापूर्ण परिवहन सेवा प्रदान करती हैं जो शहर के समग्र विकास में सहायक होता है।
मेट्रो सेवाएं महिलाओं और कम गतिशीलता वाले लोगों के समूह जैसे दिव्यांग यात्रियों के लिए भी सुलभ हैं।
मेट्रो परियोजनाएं यात्रा के समय को कम करने के साथ-साथ सभी के लिए किफायती और सुलभ आवागमन संभव बनाती हैं।
मेट्रो परियोजनाएं जीवन की गुणवत्ता में सुधार करती हैं और शहर में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करती हैं।
भारत में आगरा मेट्रो रेल परियोजना छठी ऐसी परियोजना है जिसे ईआईबी का समर्थन प्राप्त है। इसके साथ ही इस सेक्टर में ईआईबी की कुल अनुमोदित प्रतिबद्धता 3 बिलियन यूरो से भी अधिक की हो चुकी है, जिनमें से 2 बिलियन यूरो से अधिक पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
ये निवेश भारत-यूरोपीय संघ कनेक्टिविटी साझेदारी को भारत के लोगों के लिए ठोस सुधारों में परिवर्तित करते हैं और हरित, सतत् व समावेशी विकास को गति देते हैं।
पीटर्स ने कहा, ‘‘मैं आगरा के स्थायी भविष्य का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करने के लिए यूपीएमआरसीएल में अपने भागीदारों को धन्यवाद देना चाहता हूं‘‘।
इस अवसर पर यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि, “उत्तर प्रदेश राज्य में कार्यान्वित की जा रही मेट्रो रेल परियोजनाओं के विकास में यूरोपीयन इंवेस्टमेंट बैंक से मिल रहे निरंतर समर्थन के लिए मैं बहुत खुश हूं और उनका आभारी हूं। लखनऊ और कानपुर मेट्रो परियोजनाओं को वित्त पोषित करने के बाद, ईआईबी आगरा मेट्रो परियोजना के लिए भी पूर्ण समर्थन प्रदान कर रहा है। ईआईबी से धन का समय पर वितरण काम की गति को तेज करता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को फिर से उभरने में मदद करता है।”
यूरोपीयन इंवेस्टमेंट बैंक (ईआईबी) आगरा मेट्रो परियोजना के लिए 450 मिलियन यूरो का वित्तपोषण करेगा, जो भारत सरकार से पास-थ्रू असिस्टेंस (पीटीए) के रूप में सकल बजटीय संसाधनों के माध्यम से यूपीएमआरसी को उपलब्ध कराया जाएगा।