केरल। केरल के तिरुवनंतपुरम के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स का यह फोटो वायरल। लोगों ने बस स्टॉप की सीटें काटीं तो स्टूडेंट्स ने दिया ऐसा जवाब। जानिए पूरा मामला।
देश भले ही आज 21वीं शताब्दी की ओर अग्रसर हो रहा है लेकिन आज भी कुछ लोगो की सोच नही बदल पाई है। लड़के लड़की के साथ बैठ के साथ खड़े होने और एक दूसरे से बात करने पर आज भी लोग इसका गलत मतलब निकाल लेते हैं क्योंकि देश में नैतिकता के ठेकेदारों की कोई कमी नहीं है। ऐसे लोग आए दिन दूसरों की गलतियां निकालने के साथ ऐसी नादानी कर बैठते हैं जिस पर सिर्फ शर्मिंदगी ही हो सकती है। ताजा मामला केरल के तिरुवनंतपुरम का है जहां इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने ऐसी मॉरल पुलिसिंग करने वालों को अनूठा जवाब दिया।
केरल स्थित कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग त्रिवेंद्रम (CET) के छात्र-छात्राओं द्रारा एक दूसरे की गोद में बैठकर फोटो खिंचवाने के साथ उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इन छात्र-छात्राओं ने क्यों किया ऐसा आइए बताते हैं। दरअसल इस कॉलेज के नजदीक रहने वाले स्थानीय लोगों को नजदीकी बस स्टॉप की बेंच पर लड़के-लड़कियों का एक साथ बैठना पसंद नहीं आ रहा था। इसलिए उन्होंने बेंच को तीन अलग-अलग हिस्सों में काट दिया ताकि कॉलेज के लड़के और लड़कियां वहां एक साथ अगल-बगल में न बैठ सकें। इसी मॉरल पुलिसिंग के जवाब में इन छात्रों ने जो किया उसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। बताया जा रहा है कि ये बस स्टैंड अनधिकृत है जो करीब दस साल पहले लोकल लोगों ने अपनी सुविधा के लिए बनवाया था।
‘साथ बैठने पर लोग करते थे भद्दे कमेंट ‘
इस ‘मॉरल पुलिसिंग’ के जवाब में कॉलेज के कुछ छात्र-छात्राओं ने बस स्टॉप की बेंच पर एक दूसरे की गोद में बैठकर फोटो खिंचाई इसके बाद उन्होंने ऐसा करने की वजह बताने के साथ अपने मन की बात मीडिया से साझा की है। एक छात्र ने कहा कि हम सभी अलग-अलग और विपरीत परिस्थितियों में पल-बढ़ कर यहां पहुंचे हैं। हमें बस स्टैंड की सीट काटने से तकलीफ पहुंची हमे नहीं लगता कि ऐसा करने से एक रात में पूरा समाज बदल जाएगा, लेकिन भरोसा है कि एक दिन बदलाव जरूर आएगा। छात्रों ने कहा कि वो कई सालों से समस्याओं का सामना कर रहे हैं कि उन्हें एक साथ बैठने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा गंदी और अभद्र टिप्पणियों का सामना करना पड़ता है।
सीट को काटना शर्मनाक घटनाक्रम:-
छात्रों के इस अनूठे प्रदर्शन के बाद तिरुवनंतपुरम के मेयर ने इलाके का दौरा किया और बस स्टॉप पर बैठने के लैंगिक रूप से न्यूट्रल सिस्टम करने का वादा किया है। मेयर ने इस दौरान ये भी कहा कि जिस तरह बेंच को काटकर तीन हिस्सों में बांट दिया गया वो केरल जैसे प्रगतिशील समाज के लिए गैरजरूरी और बेहद अशोभनीय है।
कॉलेज मैनेजमेंट की प्रतिक्रिया:-
एक दूसरे की गोद में बैठे छात्र छात्राओं की तस्वीरें वायरल होने के बाद कॉलेज प्रशासन की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां पढ़ने वाले सभी छात्र बेहद समझदार हैं। कॉलेज के संघ महासचिव अश्विन एम के मुताबिक ये बस स्टॉप कॉलेज की मांग पर नहीं बना था।