आगरा रेल मंडल के बिलोचपुरा रुनकता खंड के बीच अमृतसर इंदौर एक्सप्रेस के पेंटो में तकनीकी खराब होने से ओएचई लाइन ब्रेक डाउन हो गयी। दोपहर में कई घंटे कड़कड़ाती धूप में भीषण गर्मी के बीच जब यात्री पानी के लिए तरस रहे थे, तब रेल पटरी के किनारे रहने वाले ‘हिम्मत’ नामक युवक ने दरियादिली दिखाई। ऐसे लोगों को भीषण गर्मी में पीने का पानी मिल सका जो गर्मी और प्यास से व्याकुल हुए जा रहे थे। सुनसान इलाके में ट्रेन के खड़ी हो जाने के चलते आस-पास कुछ भी नहीं था।
मुन्ना सिंह अपने परिवार के साथ सिकंदर रेलवे लाइन के बराबर में रहते हैं। उनका बेटा हिम्मत ठेल लगा कर घर में आर्थिक मदद देता है। आज दोपहर जब ट्रेन खराब हो गई तो भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए तरसते दिखे। पहले हिम्मत ने अपने घर से लोगों को पानी पहुंचाया। जब घर का पानी खत्म हो गया तो खुद के पैसों से बाजार से खरीद कर करीब 500 लोगों को ठंडा पानी पिलाया। लोग इस बात की सराहना करते नजर आए। कुछ लोगों ने हिम्मत को एकत्रित कर कुछ पैसे देने की कोशिश की, लेकिन उसने मना कर दिया।
हिम्मत से बात करने पर उसने बताया कि पहले एक व्यक्ति पहले पटरी के पास पानी मांग रहा था, तो उसने घर से पानी पिलाया। फिर धीरे-धीरे करके सैकड़ों लोग पानी के लिए ट्रेन से बाहर निकलने लगे। घर का पानी खत्म होने पर बाजार से वो बाजार से खरीदकर पानी लाया और बर्फ डाल कर उनको पिलाया। इसके बदले में हिम्मत ने कोई पैसा नहीं लिया। उसने कहा कि आज गंगा दशहरा है और इसी रूप में उसे जरूरतमंदों को पानी पिलाकर पुण्य लाभ कमाने का मौका मिला।शाम को हिम्मत दोबारा अपने ठेल पर आकर काम करने लगा।