Agra. जिला अस्पताल के हड्डी रोग विभाग की ओपीडी का भी निराला खेल है। ओपीडी के बाहर मरीजों की लाइन लगी रहती हैं जबकि चिकित्सक नदारद नजर आते हैं। मरीज विभाग के कर्मचारियों से तो कुछ नहीं कह पाते लेकिन आपस में अपनी वेदना एक दूसरे से कहते हुए नजर आते हैं। आलम यह है कि मरीज अगर चिकित्सा से संबंधित कोई बात कर ले तो वह उसके लिए किसी जुर्म से कम नहीं है।
जिला अस्पताल की हड्डी रोग ओपीडी के बाहर रुखसार नाम की 6 साल की मासूम पहुंची। उसकी हाथ की हड्डी टूटी थी, उसके पिता इसे जिला अस्पताल ले आए, जिला अस्पताल में इलाज कराया। लगभग एक महीना बीतने के बाद वह दोबारा से जिला अस्पताल आए। बेटी का नाश्ता करवाया और दोबारा से बेटी का एक्सरा कराने की मांग की। इस पर जिला अस्पताल के हड्डी रोग चिकित्सक के अटेंडेंस आग बबूला हो गए। चिकित्सक ने भी बेटी को घर ले जाने के आर्डर सुना दिए और कहा कि कुछ नहीं करना सिर्फ लाहौरी नमक से से कार्य करते रहना लेकिन पिता को बच्चे की दिक्कत देख रहा नहीं गया। उन्होंने एक बार फिर चिकित्सक से एक एक्सरा कराने की मांग उठाई तो चिकित्सक ने उसे लताड़ कर बाहर निकाल दिया।
मजबूर पिता से जब मून ब्रेकिंग की वार्ता हुई तो उसने बताया कि उसकी बेटी 6 वर्ष की है। खेलते खेलते गिर जाने से उसका हाथ टूट गया। जिला अस्पताल में एक्स्ट्रा कराया तो हड्डी टूटी हुई निकली। चिकित्सक ने कच्चा प्लास्टर कर दिया। 3 हफ्ते बाद बुलाया तो पक्का प्लास्टर चढ़ाने की वजह है कच्चा प्लास्टर ही रहने दिया। अब बच्ची का प्लास्टर कटवाने आए हैं तो बच्ची को काफी दर्द महसूस हो रहा है। बच्चे की हड्डी से जुड़ी है या नहीं इसके लिए उन्होंने एक बार फिर से एक्सरा करवाने की मांग उठाई तो चिकित्सक का पारा चढ़ गया। उन्होंने बताया कि चिकित्सक ने दो टूक शब्दों में कहा कि यहां से निकल जाओ और इलाज कराना है तो प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर इलाज कराओ।
जिला अस्पताल में पीड़ित मजबूर पिता अपनी बेटी को लेकर जिला अस्पताल की सीएमएस के पास पहुंचा और पूरी घटना बताई तो उन्होंने भी इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया बल्कि अपने कर्मचारी से दोबारा चिकित्सक को दिखाने और एक्सरा कराने के लिए भेज दिया। उससे कहा कि बेटी के हाथ पर लाहौरी नमक गर्म पानी में मिलाकर सिकाई करना तो हाथ जल्दी ठीक हो जाएगा लेकिन फिर भी उसका एक्सरा नहीं हुआ। पीड़ित बाप से कहा गया कि अगर बेटी की हड्डी सही से जुड़ी है या नहीं, यह देखना है तो प्राइवेट ही एक एक्सरा करा लेना।